नई दिल्ली March 17, 2010
नवरात्र के कारण गेहूं की कीमतों में भले ही बीसेक रुपये प्रति क्विंटल की मजबूती आ गई हो, लेकिन यह सिर्फ दो-चार दिनों की बात है।
कारोबारी इस बात को मानने लगे हैं कि अप्रैल के दूसरे सप्ताह तक गेहूं के भाव 1100 रुपये प्रति क्विंटल तक हो जाएंगे। उत्तर प्रदेश एवं पश्चिम बंगाल की मंडियों में गेहूं के दाम से इस गिरावट के संकेत मिलने लगे हैं।
दूसरी तरफ किसान गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1100 रुपये प्रति क्विंटल को बढ़ाकर 1500 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग कर रहे हैं। उनकी दलील है कि आटे की बिक्री 1900-2000 रुपये प्रति क्विंटल हो रही है तो फिर गेहूं को 1500 रुपये प्रति क्विंटल क्यों नहीं बेचा जा सकता है।
पिछले सप्ताह उत्तर प्रदेश के सैकड़ों किसानों ने संसद मार्ग पर गेहूं की कीमतों में बढ़ोतरी की मांग को लेकर धरना भी दिया था। अब वे अप्रैल में गेहूं कटाई के बाद अपने आंदोलन को तेज करने के मूड में है। उत्तर प्रदेश के जालौन, बांदा जैसी मंडियों में गेहूं दड़ा की कीमत 1100-1200 रुपये प्रति क्विंटल चल रही है।
महोबा एवं माधोगढ़ में गेहूं की बिक्री 1150 रुपये प्रति क्विंटल की दर से हो रही है। वहीं पश्चिम बंगाल के अधिकतर मंडियों में गेहंम की बिक्री 1200-1250 रुपये प्रति क्विंटल की दर से हो रही है। कालियागंज मंडी में गेहूं के भाव 940 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। वायदा बाजार में भी अप्रैल एवं मई माह के लिए गेहूं की बोली 1150 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास लगाई जा रही है।
कारोबारी कहते हैं कि सभी राज्यों से गेहूं की बंपर फसल की रिपोर्ट से बाजार में नरमी का रुख आ चुका है। सरकार ने गेहूं निर्यात की इजाजत देने की बात कही है, लेकिन इससे बाजार में फिलहाल तेजी का रुख नहीं आएगा। क्योंकि पहले से ही गेहूं का स्टॉक काफी अधिक है। दूसरी बात यह है कि अभी सरकार ने यह नहीं तय किया है कि कितनी मात्रा में गेहूं का निर्यात किया जाएगा।
गौरतलब है कि पिछले डेढ़ साल से गेहूं के निर्यात पर सरकार ने पाबंदी लगा रखी है। दिल्ली में गेहूं के थोक कारोबारी भी अप्रैल में इसकी कीमत 1100 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास रहने की संभावना से सहमति जताते हैं। वे कहते हैं कि सरकार द्वारा गेहूं की खुली बिक्री अगर थोक व्यापारियों के लिए की जाती तो निश्चित रूप से इसकी कीमत मार्च में ही 1200 रुपये प्रति क्विंटल हो जाती।
दूसरी तरफ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गेहूं किसान इस साल हर हाल में 1500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की बिक्री करना चाहते हैं। गेहूं के एमएसपी को 1500 रुपये प्रति क्विंटल किए जाने की अपनी मांग को लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान संसद मार्ग पर धरना भी दे चुके हैं। (बीएस हिंदी)
18 मार्च 2010
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