नई दिल्ली। उचित रखरखाव और खुले में पड़े अनाज की बर्बादी रोकने के लिए भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) विभिन्न राज्यों में अपने नए गोदाम बनाकर भंडारण क्षमता बढ़ाएगा। एफसीआई की योजना निजी क्षेत्र के सहयोग से अनाज खरीद वाले उत्तर व मध्य भारत के प्रमुख राज्यों में नए गोदाम बनाने की है। इसके तहत चालू वर्ष के दौरान पंजाब और हरियाणा में लगभग 110 लाख टन क्षमता वाले गोदामों का निर्माण शुरू किया जाएगा।
कृषि राज्यमंत्री केवी थॉमस ने शुक्रवार को राज्यसभा में बताया कि विभिन्न राज्यों में भंडारण क्षमता बढ़ाने के प्रस्ताव पर राज्य स्तरीय समिति द्वारा विचार किया जाता है और अंत में एफसीआई की उच्च स्तरीय समिति द्वारा अनुमोदित किया जाता है। थॉमस ने बताया कि हाल ही में उच्चस्तरीय समिति ने पंजाब और हरियाणा में भंडारण क्षमता बढ़ाने को मंजूरी दी है। इसके तहत पंजाब में 71.25 लाख टन और हरियाणा में 38.80 लाख टन क्षमता वाले गोदामों का निर्माण किया जाएगा। थॉमस के मुताबिक एफसीआई इस योजना के अधीन नए गोदामों के निर्माण के लिए सात वर्षीय गारंटी की पेशकश करेगा।
ये गोदाम केंद्रीय भंडारण निगम (सीडब्ल्यूसी) और रा’य भंडारण निगम (एसडब्ल्यूसी) आदि एजेंसियों के जरिए निजी क्षेत्र से किराए पर लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि समिति ने यह भी निर्णय किया है कि जहां भी सीडब्ल्यूसी और एसडब्ल्यूसी की जमीन है और उस स्थान पर भंडार गृह बनाए जा सकते हैं तो एफसीआई इसके निर्माण के लिए चार वर्ष की गारंटी देगा। (अमर उजाला)
18 मार्च 2010
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