22 मार्च 2010
घरेलू दाम घटने से चना और मटर आयातकों को नुकसान
घरेलू बाजार में चने और मटर की कीमतों में आई गिरावट से आयातकों को नुकसान हो रहा है। घरेलू मंडियों में पिछले तीन महीने में चने की कीमतों में करीब 14 फीसदी और पीली मटर की कीमतों में 11.7 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। दिसंबर-जनवरी में आयातकों ने ऊंचे दाम पर चने और मटर का आयात किया था लेकिन घरेलू बाजार में दाम घटने से मजूबरन आयातकों को भाव घटाकर बिकवाली करनी पड़ रही है। चेन्नई के दलहन आयातक एन. तिवारी ने बिजनेस भास्कर को बताया कि दिसंबर-जनवरी में भारतीय आयातकों ने आस्ट्रेलियाई मूल के चने के आयात सौदे 550 डॉलर प्रति टन की दर से किए थे। जबकि कनाडा और अमेरिका से पीली मटर के आयात सौदे इस दौरान 340-350 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) की दर पर हुए थे। घरेलू मंडियों में दिसंबर-जनवरी में चने के दाम 2500 रुपये और मटर के 1700 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे थे। लेकिन उसके बाद से लगातार इनकी कीमतों में गिरावट आई। इस समय दिल्ली बाजार में चने के दाम घटकर 2150 रुपये और उत्तर प्रदेश की मंडियों में मटर के दाम घटकर 1500 रुपये प्रति क्विंटल रह गए हैं। इसीलिए आयातकों को मजबूरन भाव घटाकर बिकवाली करनी पड़ रही है। मुंबई के दलहन आयातक संतोष उपाध्याय ने बताया कि आस्ट्रेलियाई चने के दाम घटकर 500 डॉलर और कनाडा तथा अमेरिका की पीली मटर के दाम घटकर 280-300 डॉलर प्रति टन रह गए हैं। लेकिन आयातक नए आयात सौदे नहीं कर रहे हैं। वर्तमान में सरकारी कंपनियां ही आयात कर रही हैं। मैसर्स साजन राइस एंड दाल मिल के डायरक्टर एस. ए. जेठवानी ने बताया कि चालू फसल सीजन में देश में चने के उत्पादन में तो बढ़ोतरी होने का अनुमान है ही, इसके अलावा उत्पादक मंडियों में बकाया स्टॉक भी बचा है। वैसे भी कई राज्यों में दलहन पर स्टॉक लिमिट लगी होने के कारण मिलर और स्टॉकिस्टों की खरीद कम रहेगी। इसीलिए चने की गिरावट को बल मिल रहा है। कर्नाटक, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के बाद मध्य प्रदेश की मंडियों में भी आवक शुरू हो गई है। अप्रैल महीने में राजस्थान और उत्तर प्रदेश में नई आवक शुरू जाएगी, जिससे मौजूदा कीमतों में और भी गिरावट की संभावना है। उत्पादक मंडियों में चने के दाम घटकर 1950-2050 रुपये प्रति क्विंटल रह गए हैं। उत्तर प्रदेश की मंडियोंे में मटर की आवक शुरू हो गई है तथा उत्पादक मंडियों में भाव घटकर 1500 रुपये प्रति क्विंटल रह गए हैं। अगले महीने आवक और बढ़ जाएगी। इसलिए मटर की मौजूदा कीमतों में भी मंदे की संभावना है। कृषि मंत्रालय द्वारा जारी दूसर अग्रिम अनुमान के मुताबिक चालू रबी में देश में चने का उत्पादन बढ़कर 74.6 लाख टन होने का अनुमान है। वर्ष 2008-09 में देश में 70.6 लाख टन का उत्पादन हुआ था। उधर आस्ट्रेलिया में भी चने का उत्पादन 10 फीसदी बढ़कर 4.22 लाख टन होने का अनुमान है। कारोबारियों के अनुसार मटर का घरेलू उत्पादन भी चालू रबी में 6 से 6.5 लाख टन होने का अनुमान है।बात पते कीआस्ट्रेलियाई चने के दाम घटकर 500 और कनाडा व अमेरिका की पीली मटर के दाम घटकर 280-300 डॉलर प्रति टन रह गए हैं। लेकिन आयातक नए आयात सौदे नहीं कर रहे हैं। (बिज़नस भास्कर.....आर अस राणा)
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