17 मार्च 2010
फरवरी में कॉयर उत्पादों का निर्यात 85फीसदी बढ़ा
नई दिल्ली चालू वर्ष के फरवरी महीने में कॉयर उत्पादों के निर्यात में 85 फीसदी का इजाफा हुआ है। चालू वित्त वर्ष में फरवरी तक कॉयर उत्पादों के निर्यात में 43 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। भारतीय कॉयर बोर्ड के अनुसार चालू वर्ष के फरवरी माह में 67.90 करोड़ रुपये मूल्य के 34,076 टन कॉयर उत्पादों का निर्यात हुआ। इसमें मात्रा के लिहाज से 85.07 फीसदी और मूल्य के लिहाज से 23.86 फीसदी वृद्धि हुई है। चालू वित्त वर्ष के पहले 11 महीनों में 707.44 करोड़ रुपये मूल्य के 2.49 लाख टन कॉयर उत्पादों का निर्यात हुआ है। पिछली समान अवधि में 578.76 करोड़ रुपये के 1.74 लाख टन कॉयर उत्पादों का निर्यात हुआ था। भारतीय कॉयर बोर्ड के अधिकारी ने बिजनेस भास्कर को बताया कि आर्थिक हालात सुधरने से कॉयर उत्पादों की मांग बढ़ने लगी है। अधिकारी के मुताबिक चीन और कोरिया की ओर से कॉयर फायबर की अच्छी मांग निकल रही है। (ब्यूरो)फायबर के साथ ही फरवरी में कॉयर यार्न और कॉयर पिच के निर्यात में काफी बढोतरी हुई है। इस वजह से कॉयर उत्पादों का निर्यात लगातार बढ़ रहा है। फरवरी में 13,206 टन कॉयर फायबर का निर्यात हुआ है। इसमें पिछली समान अवधि के मुकाबले मात्रा के लिहाज से 452 फीसदी और मूल्य के लिहाज से 375 फीसदी की वृद्धि हुई है। इसके अलावा फरवरी में कॉयर यार्न का निर्यात 30 फीसदी बढ़कर 593 टन, कॉयर मेट का निर्यात छह फीसदी बढ़कर 57,15 टन और कॉयर पिच का निर्यात 38 फीसदी बढ़कर 13,423 टन रहा। इस दौरान कॉयर कारपेट , कॉयर मेटिंग के निर्यात में गिरावट आई है। कॉयर उत्पादों का निर्यात मुख्य रूप से चीन, अमेरिका और यूरोप के देशों को किया जाता हैं। लेकिन बोर्ड इन उत्पादों के निर्यात के लिए मध्य-पूर्व के देशों में भी बाजार तलाश रहा हैं। भारत के अलाव श्रीलंका, फिलीपींस, थाईलैंड और वियतनाम कॉयर उत्पादक देश है। देश में केरल की कॉयर उद्योग में 70 फीसदी हिस्सेदारी है।(बिज़नस भास्कर)
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