27 मार्च 2010
आईसीई एक्सचेंज में फ्लैट ट्रांजेक्शन फीस मई तक
वायदा व्यापार आयोग (एफएमसी) ने इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज (आईसीईएक्स) को अगले तीन माह तक फ्लैट ट्रांजेक्शन फीस चार्ज करने की अनुमति दे दी है। इस तरह देश के चौथे राष्ट्रीय कमोडिटी एक्सचेंज आईसीईएक्स में निवेश करने पर निवेशकों को मई तक फ्लैट फीस अदा करनी होगी।पिछले 21 नवंबर को शुरू हुए आईसीईएक्स को पहले 26 फरवरी तक प्रति एक लाख रुपये कारोबार पर एक रुपया ट्रांजेक्शन फीस लगाने की अनुमति दी गई थी। इसके बाद एफएमसी ने 12 मार्च को अनुमति दी कि वह 26 मई तक यह दर लागू कर सकता है। ट्रांजेक्शन फीस एक्सचेंज के सदस्य ब्रोकरों को रोजाना प्रति लाख कारोबार पर देनी होती है। आईसीईएक्स में दैनिक कारोबार पर एक समान दर पर फीस लग रही है जबकि बाकी तीनों राष्ट्रीय एक्सचेंजों एमसीएक्स, एनसीडीईएक्स और एनएमसीई में विभिन्न स्लैबों में 1-4 रुपये प्रति लाख रुपये फीस लगती है। इस समय एग्री कमोडिटी फ्यूचर में अग्रणी एक्सचेंज एनसीडीईएक्स में रोजाना 125 करोड़ रुपये से ज्यादा कारोबार करने वाले सदस्यों पर एक रुपये प्रति लाख फीस लगती है जबकि एनएमसीई में 200 करोड़ रुपये से ज्यादा कारोबार करने वाले सदस्यों से इस दर पर फीस वसूली जा रही है। सबसे बड़े एक्सचेंज एमसीएक्स में 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा कारोबार करने पर एक रुपये प्रति लाख की दर लागू होती है। सार्वजनिक कंपनी एमएमटीसी और इंडिया बुल्स फाइनेंशियल सर्विसेज द्वारा प्रवर्तित आईसीईएक्स में इंडिया बुल्स की हिस्सेदारी 40 फीसदी और एमएमटीसी की हिस्सेदार 26 फीसदी है। इसके अलावा इंडियन पोटाश लि। के पास 10 और कृभको व आईडीएफसी के पास 5-5 फीसदी हिस्सेदारी है। आईसीईएक्स शुरू होने के बाद से अब तक 116,682 करोड़ रुपये का कारोबार कर चुका है।कमोडिटी वायदा कारोबार 50फीसदी बढ़ानई दिल्ली चालू वित्त वर्ष 2009-10 के दौरान 15 फरवरी तक देश के कमोडिटी फ्यूचर एक्सचेंजों में 73,50,974 करोड़ रुपये का कारोबार हो चुका है। यह कारोबार पिछले साल की समान अवधि के कारोबार से 50 फीसदी ज्यादा है। पिछले साल इस अवधि में 49,07,310 करोड़ रुपये कारोबार हुआ था। एग्री कमोडिटी में सबसे ज्यादा कारोबार ग्वारसीड, चना, सोयाबीन और सोया तेल में हुआ। इसके अलावा क्रूड ऑयल में काफी अच्छा कारोबार हुआ। एफएमसी के आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान एमसीएक्स का कारोबार 41.61 फीसदी बढ़कर 60,75,989 करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल उसका कारोबार इस दौरान 42,90,537 करोड़ रुपये रहा था। एनसीडीएक्स का कारोबार इस अवधि में 70 फीसदी बढ़कर 871,478 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। जबकि एनएमसीई का कारोबार चार गुना बढ़कर 206,886 करोड़ रुपये हो गया। (बिज़नस भास्कर)
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