12 मार्च 2010
निर्यातकों की मांग बढ़ने से लाल मिर्च महंगी
निर्यातकों की मांग बढ़ने से पिछले पंद्रह दिनों में लाल मिर्च की कीमतों में करीब 12 फीसदी की तेजी आ चुकी है। चीन, बांग्लादेश, मलेशिया और इंडोनेशिया की मांग बढ़ने से भारत से जनवरी में निर्यात 52 फीसदी बढ़ा। चीन की घरेलू फसल कम होने से भारत से निर्यात बढ़ेगा। हालांकि उत्पादक मंडियों में नई फसल की आवक का दबाव बना हुआ है लेकिन मांग भी बराबर बनी रहने से कीमतों में तेजी के ही आसार हैं। मुंबई स्थित मैसर्स अशोक एंड कंपनी के डायरक्टर अशोक दत्तानी ने बताया कि मौसम प्रतिकूल होने से चीन में लाल मिर्च के घरेलू उत्पादन में कमी आई है। जिससे भारत से निर्यात मांग बढ़ी है। उधर बांग्लादेश, इंडोनेशिया और मलेशिया की मांग भी अच्छी होने से तेजी को बल मिला है। घरेलू बाजार में मसाला निर्माताओं की मांग भी पहले की तुलना में बढ़ी है। भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार जनवरी में भारत से लाल मिर्च के निर्यात में 52 फीसदी की तेजी आकर कुल निर्यात 17,500 टन का हो चुका है। जबकि पिछले साल जनवरी में मात्र 11,500 टन का ही निर्यात हुआ था। हालांकि चालू वित्त वर्ष के पहले दस महीनों में कुल निर्यात पिछले साल की तुलना में कम रहा है। चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से जनवरी के दौरान कुल निर्यात 1।56 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 1.57 लाख टन का निर्यात हुआ था। मैसर्स स्पाइस ट्रेडिंग कंपनी के प्रोपराइटर विनय भूभना ने बताया कि गुंटूर में लाल मिर्च की दैनिक आवक बढ़कर 60-70 हजार बोरी (प्रति बोरी 40 किलो) की हो गई है। लेकिन घरेलू मसाला निर्माताओं के साथ ही निर्यातकों की मांग बढ़ने से पिछले पंद्रह दिनों में कीमतें करीब 600 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ चुकी है। गुरुवार को गुंटूर में तेजा क्वालिटी की लाल मिर्च के भाव बढ़कर 5600-5700 रुपये, 334 क्वालिटी की लाल मिर्च के भाव 4700-4800 रुपये, ब्याडगी के भाव 4500-5200 रुपये, सनम लालमिर्च के भाव 4400-4700 रुपये और फटकी के भाव 2000-2500 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। लाल मिर्च व्यापारी मांगी लाल मूंदड़ा ने बताया कि फरवरी के आखिर में भाव नीचे आ गए थे। जिसके कारण घरेलू बाजार में स्टॉकिस्टों की खरीद ज्यादा हो रही है। अभी तक कोल्ड स्टोर में करीब 11-12 लाख बोरी का स्टॉक हो चुका है। जबकि पिछले साल का भी करीब तीन-चार लाख बोरी का बकाया स्टॉक बचा हुआ है। rana@businessbhaskar.netहालांकि चालू फसल सीजन में आंध्र प्रदेश में लाल मिर्च का उत्पादन पिछले साल के एक करोड़ बोरी से बढ़कर 1.35 करोड़ बोरी होने का अनुमान है। लेकिन निर्यात मांग अच्छी रहने से मौजूदा कीमतों में तेजी के ही आसार हैं। (बिज़नस भास्कर....आर आस राणा)
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