12 मार्च 2010
खाद्यान्न का सरकारी स्टॉक 24फीसदी ज्यादा
केंद्रीय पूल में एक मार्च को गेहूं और चावल का स्टॉक 24।1 फीसदी ज्यादा है। खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पहली मार्च को सरकारी गोदामों में खाद्यान्न का 453.38 लाख टन स्टॉक बचा था जबकि वर्ष 2009 में पहली मार्च को 356.33 लाख टन का ही स्टॉक था। एक फरवरी को गोदामों में कुल खाद्यान्न स्टॉक 462.81 लाख टन था। चावल की सरकारी खरीद चल रही है तथा आगामी सप्ताह से गेहूं की सरकारी खरीद भी शुरू हो जाएगी। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) और संबंधित एजेंसियों की कुल भंडारण क्षमता 282.68 लाख टन की ही है। ऐसे में सरकार को आगे खरीदे गए अनाजके भंडारण में दिक्कत आ सकती है। खाद्य मंत्रालय के अनुसार एक मार्च को केंद्रीय पूल में 183.88 लाख टन गेहूं और 269.50 लाख टन चावल का स्टॉक बचा हुआ है जबकि वर्ष 2009 में पहली मार्च को सरकारी गोदामों में 152.76 लाख टन गेहूं और 212.57 लाख टन चावल का स्टॉक बचा हुआ था। फरवरी महीने में केंद्रीय पूल से 22.35 लाख टन गेहूं का ही उठान हुआ। नई फसल को देखते हुए चालू महीने में केंद्रीय पूल से गेहूं का उठान और भी कम होने का अनुमान है। सरकार के पास एक फरवरी को 206.23 लाख टन गेहूं और 256.58 लाख टन चावल का स्टॉक बचा हुआ था। चालू खरीद सीजन में 240.76 लाख टन चावल की खरीद हो चुकी है। 15 मार्च से गेहूं की सरकारी खरीद भी शुरू हो जाएगी। चालू खरीद सीजन में केंद्र सरकार ने 260 लाख टन चावल और 250 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य रखा है। ऐसे में खरीदे गए अनाज के भंडारण के लिए सरकार को दिक्कतों का सामाना करना पड़ेगा क्योंकि भारतीय खाद्य निगम के साथ ही अन्य संबंधित एजेंसियों के पास 31 जरवरी-2010 को भंडारण की कुल क्षमता मात्र 282.68 लाख टन की है। (बिज़नस भास्कर)
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