24 अप्रैल 2010
गन्ने का एफआरपी 7फीसदी बढ़ा
आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने पेराई सीजन 2010-11 के लिए गन्ने की फेयर एंड रिम्यूनरटिव प्राइस (एफआरपी)139।12 रुपये प्रति क्विंटल तय की है। सीसीईए द्वारा स्वीकृत यह मूल्य न्यूनतम 9.5 फीसदी रिकवरी वाले गन्ने के लिए होगी। दिलचस्प है कि मौजूदा सीजन में प्रचलित रहे गन्ने के मूल्य करीब 275-300 रुपये प्रति क्विंटल के मुकाबले एफआरपी आधे से भी कम तय किया गया है। वैसे तो पिछले साल के एफआरपी 129.84 रुपये के मुकाबले इस साल इसमें सात फीसदी बढ़ोतरी की गई है, लेकिन किसान संगठनों ने एफआरपी में की गई बढ़ोतरी को नाकाफी बताते हुए कहा है कि डीजल और खाद की कीमतें बढ़ने से किसानों की लागत काफी ज्यादा बढ़ चुकी है।इसके मुकाबले एफआरपी में बढ़ोतरी मामूली है, जो गन्ना किसानों के साथ अन्याय है। पेराई सीजन 2009-10 के लिए गन्ने का एफआरपी 129.84 रुपये प्रति क्विंटल 9.5 फीसदी रिकवरी के आधार पर था। इससे ज्यादा रिकवरी होने पर 1.37 रुपये प्रति क्विंटल प्रति 0.1 फीसदी रिकवरी प्रीमियम देने की व्यवस्था थी, जबकि पेराई सीजन 2010-11 के लिए ज्यादा रिकवरी होने पर 1.46 रुपये प्रति क्विंटल प्रति 0.1 फीसदी रिकवरी प्रीमियम तय किया गया है। गन्ने का पेराई सीजन अक्टूबर से सिंतबर तक चलता है। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के संयोजक वी. एम. सिंह ने कहा कि गन्ने के एफआरपी में मात्र सात फीसदी की बढ़ोतरी करके सरकार ने किसानों के साथ अन्याय किया है। (बिज़नस भास्कर)
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