मुंबई April 19, 2010
वाल स्ट्रीट के सबसे प्रभावशाली बैंक गोल्डमैन सैक्स पर अमेरिकी सिक्योरिटी ऐंड एक्सचेंज कमीशन (यूएसईसी) के धोखाधड़ी के आरोपों के बाद सोमवार को जिंसों की वैश्विक कीमतों पर मंदी की मार पड़ी। कीमतें कई सप्ताह के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गईं।
हाजिर सोने की कीमतें दो सप्ताह के न्यूनतम स्तर पर पहुंचकर यूरोपियन कारोबार में 1123.15 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गईं। इसी तरह से तांबे की कीमतें लुढ़ककर 3 सप्ताह के न्यूनतम स्तर, 7625 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गईं।
शुक्रवार को यूएसईसी ने आरोप लगाया था कि गोल्डमैन सैक्स ने सबप्राइम मार्गेज उत्पादों की मार्केटिंग में धोखाधड़ी की थी, जिसमें जिंस भी शामिल थे। अब गोल्डमैन सैक्स पर आरोपों की जांच फाइनैंशियल सर्विस अथॉरिटी कर रही है, जिस पर अमेरिकी नियामक ने 1 बिलियन डॉलर की धोखाधड़ी का आरोप लगाया था।
इसके साथ ही एल्युमीनियम, निकल, सीसे और जस्ते की कीमतों में भी गिरावट आई है। धोखाधड़ी के आरोपों के बाद वैश्विक वित्तीय बाजारों में मुनाफावसूली शुरू हो गई। इस गिरावट की एक वजह मुद्रा के प्रभाव को भी माना जा रहा है, क्योंकि डॉलर की मजबूती का असर इन पर पड़ता है।
यूएस यूनिट की मजबूती की वजह से धातुओं को एक वैकल्पिक निवेश और डॉलर में होने वाले जिंसों के कारोबार पर पड़ा और अन्य मुद्राओं में खरीदारी करने वालों के लिए यह महंगा साबित होने लगा। इंडिया इनफोलाइन कमोडिटी रिपोर्ट के मुताबिक पिछले महीने चीन ने मार्गेज दरों में बढ़ोतरी कर दी।
साथ ही निर्माण क्षेत्र में निवेश सुस्त होने की वजह से मूल धातुओं की मांग में कमी आई है। एल्युमीनियम की कीमतों में 2 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आई है। अन्य मूल धातुओं में भी गिरावट का रुख बन गया।
आनंद राठी के शोध प्रमुक किशोर नार्ने ने कहा, 'गोल्डमैन सैक्स का मसला बाजार में सुधार के लिए सिर्फ एक कारण है। जो सुधार हुआ है, वह होना ही था। अब बाजार ने पहले ही गोल्डमैन सैक्स की खबर को भुलाना शुरू कर दिया है।' उन्होंने कहा कि भविष्य में कीमतों में और गिरावट की संभावना नहीं है।
ऐंजल ब्रोकिंग के एसोसिएट डॉयरेक्टर (कमोडिटीज ऐंड करेंसीज) नवीन माथुर ने कहा कि भले ही गोल्डेन सैक्स के मसले पर और बुरी खबरें आएं, भविष्य में अब कीमतों पर असर नहीं पड़ेगा। जिंस बाजार ने शुक्रवार के बाद से ही इस मसले को छोड़ दिया है और भविष्य में जिंसों की कीमतों में और गिरावट की संभावना कम ही बनती है।
उन्होंने कहा कि निवेशक गैर जोखिम वाली संपत्तियों जैसे- डॉलर और सोने में निवेश जारी रखेंगे। सबसे ज्यादा कारोबार वाली मुद्रा डॉलर की कीमतें यूरो के मुकाबले 1.3462 पर रहीं जबकि सोमवार की शुरुआती खरीद में कीमतें 1.3433 थीं। अमेरिकी डॉलर की तुलना में भारतीय रुपया भी कमजोर हुआ है और यह 44.57 पर खुलने के बाद 44.73 पर बंद हुआ।
कीमतों में गिरावट (डॉलर प्रति टन)
जिंस (डॉलर) 16 अप्रैल 19 अप्रैल % बदलावतांबा 7905 7625 3.54एल्युमीनियम 2447.5 2338 4.47निकल 27600 25968 5.91टिन 19135 18837 1.56सीसा 2368 2184 7.77जस्ता 2488.5 2326 6.53तेल (बैरल) 83.24 80.91 2.8सोना (औंस) 1148.35 1123.15 2.19चांदी (औंस) 18.33 17.53 4.३६ (बीएस हिंदी)
20 अप्रैल 2010
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