मुंबई April 12, 2010
भारतीय हीरा प्रसंस्करण उद्योग ने डॉयमंड ट्रेडिंग कंपनी के सप्लायर आफ च्वायस (एसओसी) सौदों के खरीदारों के लिए समय 1 साल बढाए जाने के फैसले का स्वागत किया है।
वैश्विक कच्चे हीरे की प्रमुख खननकर्ता कंपनी की विपणन शाखा डी बीयर्स ने एक बयान में कहा है कि वर्तमान खरीदारों के लिए सौदों की अवधि एक साल के लिए बढ़ाने का आफर दिया गया है, जिन्होंने 3 साल के लिए एसओसी सौदे किए थे। विस्तार की अवधि 31 मार्च 2011 से शुरू होगी और 30 मार्च 2012 तक मान्य होगी।
वैश्विक आर्थिक मंदी के चलते भारत के आभूषण कारोबार पर असर पड़ा है और पिछले 2 साल से कारोबार धीमा है। इसे देखते हुए भारत का प्रसंस्करण उद्योग इसे एक बेहतर कदम मान रहा है।
इस विस्तार के बारे में बातचीत करते हुए जेम्स ऐंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के चेयरमैन वसंत मेहता ने कहा कि यह हीरा प्रसंस्करण उद्योग के लिए अनुकूल फैसला है, जिससे खरीदारों को इस अवधि के लिए आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी।
वर्तमान एसओसी सौदों के लिए प्रस्तावित विस्तार उन साइटहोल्डर्स पर भी लागू होगा, जो वर्तमान में किंबरले से साइट हासिल कर रहे हैं। डीटीसी बोत्सवाना (डीटीसीबी) भी वर्तमान सौदों का विस्तार एक साल के लिए करने का प्रस्ताव दे रही है। नामीबिया डीटीसी (एनडीटीसी) भी एक प्रस्ताव देने की तैयारी कर रही है जिससे वर्तमान सौदों का विस्तार एक साल के लिए हो सके।
डीटीसी के सीईओ वार्डा शिने ने कहा- मौजूदा एसओसी में एक साल के विस्तार के साथ हम साइटहोल्डर्स और नॉन साइटहोल्डर्स को समय दे रहे हैं कि वे रिकवरी पर ध्यान दे सकें। उन्होंने कहा कि कंपनियों की दिलचस्पी का हम स्वागत करते हैं, जिनोंने 2011 में साइटहोल्डर बनने के लिए आवेदन देने की इच्छा जताई है। (बीएस हिंदी)
13 अप्रैल 2010
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