नई दिल्ली April 21, 2010
सोयाबीन खली निर्यात मांग में 50 फीसदी एवं प्रोसेसिंग इकाइयों के काम में 60 फीसदी की गिरावट से सोयाबीन की कीमतों में पिछले साल के मुकाबले 40 फीसदी की कमी आई है।
पिछले जनवरी माह के मुकाबले भी सोयाबीन के दाम 15-20 फीसदी तक गिर चुके हैं। ब्राजील, अर्जेंटीना एवं दक्षिण अमेरिका में सोयाबीन की अच्छी फसल होने से आने वाले समय में भी सोयाबीन के भाव में तेजी के कोई आसार नहीं हैं।
सोयाबीन तेल के भाव पिछले साल के 480-485 रुपये के मुकाबले 416-424 रुपये प्रति 10 किलोग्राम हो चुके हैं। रुपये की मजबूती के कारण भी खली निर्यातक अधिक मात्रा में निर्यात करने से बच रहे हैं।
सोयाबीन प्रोसेसिंग का काम करने वाले उद्यमियों के मुताबिक इस साल सोयाबीन सीजन के दौरान मिलों में क्षमता के लिहाज से सिर्फ 40 फीसदी का काम हुआ। मिलों की 60 फीसदी क्षमता बेकार रही। सोयाबीन मिलर्स कहते हैं कि सोयाबीन की मांग नहीं होने से कीमतें लगातार कम हो रही हैं।
सोयाबीन प्रोसेसिंग से जुड़ी देश भर में लगभग 200 इकाइयां हैं। इनमें से 70 इकाइयां मध्य प्रदेश में हैं। उद्यमियों ने बताया कि सोयाबीन खली की मांग में गत तीन महीनों से पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 50 फीसदी तक की गिरावट है।
कच्चे पाम तेल (सीपीओ) के रिकॉर्ड शुल्क मुक्त आयात से सोयाबीन तेल की कीमतों में लगातार गिरावट आ रही है। गत वर्ष की समान अवधि की तुलना में सोयाबीन तेल में 15 फीसदी से अधिक की कमी आ चुकी है।
सोयाबीन प्रोसेसर्स ऑफ इंडिया (सोपा) सचिव राजेश अग्रवाल कहते हैं, 'सोयाबीन तेल के बाजार का रुख काफी कमजोर हो चुका है। सोयाबीन मिलर्स का काम बिल्कुल ठंडा हो चुका है।' दूसरी बात यह है कि सोयाबीन की कीमत भले ही कम है, लेकिन मांग के मुताबिक इसकी उपलब्धता बाजार में नहीं है। उनके मुताबिक सोयाबीन खली की मांग अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोयाबीन की अच्छी फसल के कारण कम हो गई।
सोयाबीन में वैश्विक मंदी के कारण खरीदार को पता होता है कि आने वाले समय में कीमत और कम होगी। ऐसे में वह आराम-आराम से माल की खरीदारी करता है। इसके अलावा डॉलर का मूल्य 48 रुपये से गिरकर 45 रुपये तक हो गया है। इस स्थिति मेंखली निर्यातक कम मात्रा में ही निर्यात करना चाहते हैं। इससे भी सोयाबीन की मांग में कमी आई है।
सोयाबीन के भाव
महीना 2009 2010मार्च 2300-2350 1850-1925अप्रैल 2625-2650 1950-2050स्त्रोत : सोपा भाव रुपये क्विंटल (बीएस हिंदी)
21 अप्रैल 2010
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें