20 अप्रैल 2010
मांग बढ़ने से प्लेटिनम सालभर में 30फीसदी चमका
ज्वैलरी में प्लेटिनम की मांग बढ़ने लगी है। इस वजह से इसकी कीमत घरलू बाजार में 25 फीसदी और विदेशी बाजार में 30 फीसदी से अधिक बढ़ चुकी है। दरअसल प्लेटिनम ज्वैलरी की ओर ग्राहकों का रुझान बढ़ने के कारण ज्वैलरी के लिए इसकी मांग बढ़ गई है। ज्वैलरी के अलावा ऑटो सेक्टर की ओर से भी प्लेटिनम की मांग में इजाफा हुआ है। ऑरा ज्वैलर्स मुंबई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वी। जैन ने बिजनेस भास्कर को बताया कि प्लेटिनम ज्वैलरी की ग्राहकों खासतौर पर युवाओं की रुचि लगातार बढ़ रही है। इस वजह से प्लेटिनम की मांग भी बढ़ने लगी है। उनका कहना है कि प्लेटिनम के दाम सोने की तुलना में अधिक होते हैं। इसके बावजूद ग्राहक प्लेटिनम ज्वैलरी की ओर आकर्षित हो रहे हैं। मांग बढ़ने से इसकी कीमतों में तेजी आई है। साल भर में प्लेटिनम के दाम करीब 20,150 रुपये से बढ़कर 24,880 रुपये प्रति दस ग्राम हो चुके हैं। वहीं न्यूयॉर्क मर्केटाइल एक्सचेंज (नायमैक्स) में अप्रैल अनुबंध के दाम 1727.10 डॉलर प्रति औंस चल रहे हैं। पिछले साल 15 अप्रैल को प्लेटिनम अप्रैल अनुबंध के दाम 1211.70 डॉलर प्रति औंस थे। एंजिल ब्रोकिंग के विश्लेषक अनुज गुप्ता का कहना है कि ज्वैलरी के अलावा ऑटो सेक्टर की ओर से भी प्लेटिनम की मांग बढ़ी है। ऑटो सेक्टर में कैटालिटिक कंवर्टर में प्लेटिनम का उपयोग होता है। यह हानिकारक गैसों जैसे कार्बन मोनोक्साइड, हाइड्रोकार्बन का असर कम कर देता है। पिछले साल प्लेटिनम के उत्पादन में गिरावट के कारण भी इसकी कीमतों में तेजी को बल मिला है। चालू वित्त वर्ष में देश में प्लेटिनम की मांग बढ़ने की संभावना है। वित्त वर्ष 2010-11 के दौरान 12 टन प्लेटिनम की खपत होने का अनुमान है। पिछले वित्त वर्ष में यह आंकड़ा 10 टन था। ऐसे में आने वाले दिनों में इसकी कीमतों में तेजी बरकरार रहने की संभावना है। (बिज़नस भास्कर)
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