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15 अप्रैल 2010

पोल्ट्री फीड के दाम 5फीसदी तक गिरने का अनुमान

अगले माह पोल्ट्री फीड की कीमतों में पांच फीसदी तक गिरावट आ सकती है। कारोबारियों के अनुसार गर्मियों में पोल्ट्री उत्पादों की खपत कम रहने से फीड की मांग में कमी आई है। इसके अलावा पोल्ट्री फीड में इस्तेमाल होने वाले मक्का और सोयाबीन के दाम कम होने के कारण इसकी लागत घटने से भी दाम घटने की संभावना बढ़ गई है।राजा फेट एंड फीड प्राइवेट लिमिटेड के डायरक्टर मोहित राजा ने बिजनेस भास्कर को बताया कि आगे बिहार में मक्केकी नई फसल आने और गर्मियों में मांग घटने के कारण पोल्ट्री फीड की कीमतों में अगले महीने गिरावट आ सकती है। पिछले एक माह के दौरान भी फीड की कीमतों में दो से तीन फीसदी की कमी आई है। फिलहाल फीड के दाम 18 से 19 रुपये प्रति किलो चल रहे हैं। मक्का कारोबारी राजेश अग्रवाल ने बताया कि मक्का के दाम 1040 रुपये से घटकर 1010 रुपये प्रति क्विंटल रह गए हैं। इसकी कीमताें में गिरावट की वजह मांग कमजोर होना है। इसके अलावा बिहार की नई फसल के कारण भी मक्का की कीमतों में गिरावट को बल मिला है। वहीं सोयाबीन के भाव मुख्य उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश में 150 रुपये घटकर 1850 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर आ गए है। सोयाबीन कारोबारियों के मुताबिक खली और तेल निर्माताओं की मांग कमजोर पड़ने से इसके मूल्यों में गिरावट आई है। संदीप पोल्ट्री फार्म के मालिक संदीप चौधरी का कहना है कि आने वाले दिनों में गर्मियों की वजह से पोल्ट्री उत्पादों की मांग में कमी आने लगेगी। इसके अलावा आगे मक्का और सोयाबीन की कीमतों में और गिरावट के आसार हैं। इस वजह से पोल्ट्री फीड के मूल्यों में आगे पांच फीसदी गिरावट की संभावना है। बीते महीनों अधिक सर्दी के चलते पोल्ट्री उत्पादों की खपत काफी बढ़ गई थी। जिससे फीड की मांग बढ़ने भी बढ़ी थी। इस वजह से फीड के दाम 23 रुपये प्रति किलो तक चले गए थे। मांग के अलावा मक्का और सोयाबीन के महंगा होने के कारण भी फीड की कीमतों में तेजी आई थी। फीड बनाने में सबसे अधिक करीब 50-60 फीसदी मक्का, 20-30 फीसदी सोयाबीन का उपयोग किया जाता है। बाकी ऑयल, दवा और अन्य अनाज खासतौर पर बाजरा आदि का उपयोग किया जाता है। (बिज़नस भास्कर)

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