मुंबई April 15, 2010
सोने में एक दशक से जारी बढ़त कादौर खत्म हो रहा है, पर इस साल के आखिर में या अगले साल की शुरुआत में सोना 1300 डॉलर प्रति औंस तक कारोबार कर सकता है।
लेकिन अगले कुछ महीने में सोने के 1050-1150 डॉलर प्रति औंस के बीच कारोबार करने की संभावना है। ऐसा लंदन की शोध और सलाहकार कंपनी जीएफएमएस लिमिटेड का कहना है।
2009 में निवेश के लिहाज से सोने की मांग ने 1980 के बाद पहली बार आभूषण मांग को पीछे छोड़ दिया था। पिछले साल आभूषण की मांग 20 फीसदी गिरकर 21 साल के निचले स्तर 1,759 टन रही।
सोने की कीमतों से काफी ज्यादा प्रभावित होने वाले खरीदार नई खरीद से दूर नजर आए। इसी बीच ऊंचे भाव पर मुनाफावसूली की वजह से पुराने सोने की आपूर्ति 2009 में 27 फीसदी बढ़कर 1,674 टन के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई।
जीएफएमएस के चेयरमैन फिलिप क्लैपविज ने कहा, '2009 में सोने में निवेश को लेकर लोगों की दिलचस्पी ज्यादा रही। बाजार को आभूषण उपभोग में 21 सालों में सबसे निचले स्तर तक की गिरावट के साथ ऊंचे दाम का मुकाबला करना था।'
सोने की ईंटों और सिक्कों में निवेश के लिए मांग 2009 में लगभग दोगुनी होकर 1,901 टन हो गई। इसने आभूषण उपभोग को तीन दशकों में पहली बार पछाड़ा। इसी दौरान सुस्त बिक्री और ऊंची कीमतों पर मुनाफावसूली के बीच पुराने सोने की आपूर्ति में भारी उछाल आई। पिछले साल इसने रिकॉर्ड स्तर को छुआ। पुराने सोने की आपूर्ति कुल सोने की 40 फीसदी रही।
जीएफएमएस की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल सिक्कों की आधिकारिक बिक्री 22 फीसदी बढ़कर 23 सालों के उच्च स्तर 229 टन पर पहुंच गई। वहीं, सोने की ईंओं की खरीद 52 फीसदी गिरकर 187 टन रही। खानों से सोने का उत्पादन 6।8 फीसदी बढ़कर छह सालों के उच्च स्तर 2,572 टन हो गई। इसने चार सालों में पहली बार मुनाफा दर्ज किया। (बीएस हिंदी)
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