22 अप्रैल 2010
गेहूं की खरीद 150 लाख टन के पार
देश में चालू सीजन के दौरान अब तक 152।55 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हो चुकी है। यह खरीद पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले करीब दस फीसदी ज्यादा है। पिछले साल इस समय तक 138.93 लाख टन खरीद हुई थी। चालू सीजन में गेहूं के प्रति हैक्टेयर उत्पादकता में करीब दस से पंद्रह फीसदी की कमी आने का अनुमान है। ऐसे में गेहूं का उत्पादन सरकारी अनुमान से कम रह सकता है। सरकार ने 802 लाख टन गेहूं उत्पादन का अनुमान लगाया था। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के सूत्रों के अनुसार अभी तक हुई कुल खरीद में सबसे ज्यादा योगदान पंजाब और हरियाणा का है। पंजाब की मंडियों से अभी तक एमएसपी पर 75.01 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है जो पिछले साल की समान अवधि के 71.22 लाख टन से ज्यादा है। इसी तरह से हरियाणा की मंडियों से अभी तक 53.14 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 50.73 लाख टन की ही खरीद हुई थी। मध्य प्रदेश की मंडियों से 19.93 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है जोकि पिछले साल के 8.78 लाख टन के मुकाबले ज्यादा है। यूपी व राजस्थान से गेहूं की सरकारी खरीद पिछले साल के मुकाबले पिछड़ रही है। यूपी की मंडियों से अभी तक 1.94 लाख टन गेहूं खरीदा गया है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 2.93 लाख टन की खरीद हो चुकी थी। वहीं राजस्थान की मंडियों से पिछले साल के 4.81 लाख टन की तुलना में अभी तक 2.09 लाख टन गेहूं ही खरीदा गया है। चालू विपणन सीजन 2010-11 में एफसीआई ने 263 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य रखा है जो पिछले साल के 253.81 लाख टन से ज्यादा है। चालू विपणन सीजन के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं का एमएसपी 1100 रुपये प्रति `िंटल तय किया है जो पिछले साल के 1080 रुपये प्रति `िंटल से मात्र 20 रुपये ज्यादा है। जानकारों का कहना है कि मार्च-अप्रैल में मौसम गर्म होने का असर गेहूं के प्रति हैक्टेयर उत्पादन पर पड़ा है। चालू सीजन में प्रमुख उत्पादक राज्यों उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में इसके प्रति हैक्टेयर उत्पादन में 10 से 15 फीसदी तक की कमी आ रही है। ऐसे में गेहूं का उत्पादन सरकारी अनुमान 802 लाख टन से भी कम होने की आशंका है। (बिज़नस भास्कर)
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