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03 अप्रैल 2010

देश का कॉफी निर्यात 2.6फीसदी बढ़ा

भारत से कॉफी निर्यात बीते वित्त वर्ष 2009-10 के दौरान 2.65 फीसदी बढ़कर 2.06 लाख टन हो गया। कॉफी बोर्ड के अनुसार विदेश में मांग बढ़ने और देश में सप्लाई बेहतर रहने के कारण निर्यात में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। हालांकि मूल्य के लिहाज से कॉफी का निर्यात थोड़ा कम रहा। वर्ष 2009-10 में 2194 करोड़ रुपये मूल्य की काफी निर्यात हुई जबकि उससे पिछले वर्ष में कॉफी निर्यात से 2,260 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा अर्जित हुई थी। भारत एशियाई का तीसरा सबसे बड़ा कॉफी उत्पादक देश है। कॉफी बोर्ड के एक अधिकारी के मुताबिक कुल निर्यात में बढ़ोतरी की मुख्य वजह अरबिका कॉफी की अच्छी मांग और प्रोसेस्ड कॉफी के पुनर्नियात में बढ़त रही है। बीते वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही जनवरी से मार्च के दौरान निर्यात तेजी से बढ़ा। पिछले साल भारत का कॉफी निर्यात घटकर 2.01 लाख टन रह गया था। भारतीय कॉफी मांग में कमी मुख्य रूप से इटली, रूस, जर्मनी, बेल्जियम और अरब देशों में दर्ज की गई। बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक बीते वित्त वर्ष में 34,558 टन अरबिका और 100,619 टन रोबस्ता कॉफी का निर्यात किया गया। इसके अलावा 24,629 टन इंस्टेंट कॉफी और 46,734 टन प्रोसेस्ड कॉफी निर्यात हुई। कॉफी एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश राजा के मुताबिक आखिरी तिमाही में सप्लाई सुधरने से निर्यात में बढ़त हुई। अरबिका कॉफी की नई फसल आने के कारण बाजार में सुलभता बेहतर होगई थी। आखिरी तिमाही के जबर्दस्त निर्यात से पहली तीन तिमाहियों में आई गिरावट की भरपाई हो गई। (बिज़नस भास्कर)

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