मुद्रास्फीति के दहाई अंक में पहुंचने की आशंकाओं के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिहं गुरुवार को मुख्यमंत्रियों के कोर ग्रुप के साथ जरूरी उपभोक्ता वस्तुओं की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के उपायों पर चर्चा करेंगे।
राष्ट्रपति भवन में पद्म पुरस्कार समारोह के मौके पर प्रधानमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि मैं मुख्यमंत्रियों के साथ महंगाई के मुद्दे पर चर्चा करूंगा। सरकार ने महंगाई पर नजर रखने और बढ़ती मुद्रास्फीति को रोकने के उपाय सुझाने के लिए फरवरी में 10 प्रमुख राज्यों के मुख्यमंत्रियों और वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों को शामिल कर एक उच्चस्तरीय कोर कमेटी का गठन किया था। इसमें आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, पश्चिम बंगाल, पंजाब, गुजरात, हरियाणा, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री शामिल हैं। केन्द्र की तरफ से इसमें वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी, कषि मंत्री शरद पवार और योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया शामिल हैं।
महंगाई के मुद्दे पर वामपंथी दलों के जेल भरो अभियान शुरू किए जाने के फैसले पर सिंह ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि इस समस्या का समाधान आंदोलन के नुस्खे अपनाकर किया जा सकता है। मैं चाहूंगा कि राजनीतिक दल अपने ज्ञान और अनुभव का इस्तेमाल कर इस समस्या के हल के लिए व्यवहारिक समाधान निकाले।
उल्लेखनीय है कि फरवरी माह में मुद्रास्फीति 9.89 फीसदी हो गई है और मार्च में इसके दहाई अंक में पहुंच जाने की आशंका है। मार्च महीने की मुद्रास्फीति के आंकडे़ अगले सप्ताह तक जारी होंगे।(हिंदुस्तान हिंदी)
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