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08 अप्रैल 2010

सोना छोड़ चांदी पर फिदा हुए निवेशक

मुंबई April 08, 2010
पिछले कई सालों से निवेशकों के भरोसे पर खरा उतरने वाला सोना अब चांदी के सामने पीला नजर आने लगा है।
रिटेल दुकानदारों के यहां सोने के ग्राहकों का टोटा है मगर चांदी की चमक पर खरीदार फिदा हैं। खुदरा ग्राहकों के साथ निवेशक भी चांदी की ओर तेजी से आकर्षित हो रहे हैं। निवेशकों को लग रहा है कि इस साल भी चांदी सोने की अपेक्षा बेहतर रिटर्न देगी।
सोने के कारोबारियों का कहना है कि ग्राहक तो घटे ही हैं पर खरीदार भी कम वजन वाले आभूषणों को ही प्राथमिकता दे रहे हैं। सिल्वर मॉल के प्रबंध निदेशक राहुल मेहता कहते हैं कि पिछले साल की अपेक्षा ग्राहकों की संख्या और ऑर्डर दोनों में करीब 30 फीसदी का इजाफा हुआ है। लोग चांदी के परांपरागत उत्पादों की अपेक्षा नए और डिजाइनिंग उत्पादों को ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
चांदी खरीदने वालों में रिटेल ग्राहक ही नहीं कॉर्पोरेट सेक्टर भी शामिल है। पिछले एक साल में सोने में निवेश करने वालों को महज 9 फीसदी का रिटर्न मिला है जबकि चांदी के निवेशकों को करीब 24 फीसदी का मोटा मुनाफा हुआ है।
शेयरखान कमोडिटी के प्रवीण कुमार कहते हैं कि दरअसल सोने की कीमतें बहुत ज्यादा हो गई हैं और बाजार में सोने की मांग कम है। निवेशक मान रहे हैं कि सोने की कीमतों में इस समय ज्यादा बदलाव नहीं आने वाला है, लेकिन पिछले कुछ सालों में ज्यादा दाम न बढ़ने और इसका औद्योगिक इस्तेमाल होने से बाजार में चांदी की मांग है। यह बात निवेशकों को भी समझ में आ रही है।
अप्रैल 2009 में प्रति 10 ग्राम सोने की कीमत 15110 रुपये थी जो इस समय भी 16500 रुपये के आसपास चल रही हैं। यानी साल भर में सोने से करीबन 9 फीसदी का रिटर्न मिल सका है। अप्रैल 2009 में प्रति किलोग्राम चांदी की कीमत 22160 रुपये थी जो करीब 24 फीसदी बढ़कर इस समय 27440 रुपये के करीब चल रही हैं।
बुलियन बाजार के जानकारों का कहना हैं कि अर्थव्यवस्था जब मंदी में धंसी थी तो सोने (वित्त वर्ष 2008-09) में निवेश करने वालों को करीबन 25 फीसदी का रिटर्न मिला था क्योंकि उस समय लोग शेयर बाजार से पैसा निकालकर सोने में लगा रहे थे। पर अब निवेशक बुलियन से ज्यादा शेयर बाजार को प्राथमिकता दे रहे हैं।
सोने और चांदी के घरेलू बाजार में थोड़ी गिरावट भी देखने को मिल सकती है क्योंकि डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत हो रहा है। लेकिन रुपये में मजबूती का असर सोने की कीमतों पर ज्यादा पड़ने वाला है।
चांदी से बेहतर मुनाफे की आस
चांदी खरीदने वालों में खुदरा ग्राहक ही नहीं, कार्पोरेट सेक्टर भीपिछले 1 साल में चांदी में निवेश करने वाले निवेशकों को 24 प्रतिशत रिटर्न मिलाअब सोने के बजाय शेयर बाजार में लग रहा है पैसा (बीएस हिंदी)

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