13 अक्तूबर 2010
केस्टर सीड के मूल्य में गिरावट की संभावना
केस्टर सीड की पैदावार में 25 फीसदी की बढ़ोतरी होने का अनुमान है। आंध्र प्रदेश में नई फसल की आवक शुरू हो गई है तथा नवंबर में गुजरात में नई फसल की आवक शुरू हो जाएगी। वैसे भी ऊंची कीमतों के कारण केस्टर तेल की निर्यातकों की मांग घट गई है। इसीलिए घरेलू बाजार में पिछले पंद्रह दिनों में केस्टर सीड की कीमतों में 12 फीसदी और तेल की कीमतों में 11 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। आंध्र प्रदेश में चालू सीजन में केस्टर सीड का उत्पादन बढ़कर 2.25 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 1.5 लाख टन का ही उत्पादन हुआ था। उत्पादक मंडियों में नई फसल आने से पिछले पंद्रह दिनों में केस्टर सीड की कीमतों में 500 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है। शनिवार को केस्टर सीड के दाम घटकर 3,600 से 3,650 रुपये प्रति क्विंटल रह गए जबकि सितंबर महीने के मध्य में भाव 4,100 से 4,150 रुपये प्रति क्विंटल थे। इस दौरान केस्टर तेल की कीमतें भी 800 रुपये से घटकर 710 रुपये प्रति दस किलो रह गईं। निर्यातकों ने केस्टर तेल के अगाऊ निर्यात सौदे कर रखे हैं इसीलिए मौजूदा कीमतों में भारी गिरावट दिसंबर-जनवरी में ही बनने की संभावना है। दिसंबर-जनवरी में गुजरात के साथ ही राजस्थान में भी नई फसल की आवक बढ़ जायेगी। उद्योग सूत्रों के अनुसार वर्ष 2010-11 में केस्टर सीड का देशव्यापी उत्पादन बढ़कर 12.5 लाख टन होने अनुमान है जबकि वर्ष 2009-10 में उत्पादन 10 लाख टन हुआ था। चालू सीजन में बुवाई क्षेत्रफल में तो बढ़ोतरी हुई ही है, साथ ही मौसम भी फसल के अनुकूल रहा है। सॉल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन (एसईए) के अनुसार केस्टर सीड के बुवाई क्षेत्रफल में 15 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2009-10 में देश में केस्टर सीड की बुवाई 7.63 लाख हैक्टेयर में हुई थी, जबकि चालू सीजन में बुवाई बढ़कर 8.87 लाख हैक्टेयर में हुई है। चालू सीजन में चीन और यूरोप की मांग बढऩे से केस्टर तेल का निर्यात भी बढ़ा है। चालू सीजन में अभी तक केस्टर तेल का करीब 2.75 लाख टन का निर्यात हो चुका है जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले करीब 25 हजार टन ज्यादा है। आंध्र प्रदेश में नई फसल की आवक शुरू हो गई है तथा अगले महीने से गुजरात में भी आवक शुरू हो जायेगी। इसीलिए चीन और यूरोप के आयातकों की मांग पहले की तुलना में कम हो गई है। जिससे गिरावट को बल मिला है। नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (एनसीडीईएक्स) पर निवेशकों की मुनाफावसूली से चालू महीने में केस्टर सीड की कीमतें दो फीसदी घट चुकी हैं। पहली अक्टूबर को नवंबर महीने के वायदा अनुबंध में केस्टर सीड का भाव 3,712 रुपये प्रति क्विंटल था, जबकि शनिवार को भाव घटकर 3,638 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। - आर.एस. राणाrana@businessbhaskar.netबात पते की - निर्यातकों ने केस्टर तेल के अगाऊ निर्यात सौदे कर रखे हैं इसीलिए मौजूदा कीमतों में भारी गिरावट दिसंबर-जनवरी में ही बनने की संभावना है। दिसंबर-जनवरी में गुजरात के साथ ही राजस्थान में भी नई फसल की आवक बढ़ जाएगी। (Business Bhaskar)
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