04 अक्तूबर 2010
निर्यात मांग बढऩे से मेंथा तेल में 11फीसदी की बढ़ोतरी
निर्यातकों के साथ घरेलू फार्मा उद्योग की मांग बढऩे से मेंथा तेल की कीमतों में 11.4 फीसदी की तेजी आ चुकी है। उत्पादक मंडियों में मेंथा तेल के दाम पिछले महीने भर में ही 100 रुपये प्रति किलो तक बढ़ चुके हैं। वायदा बाजार में पिछले एक महीने में इसकी कीमतें 10.3 फीसदी बढ़ी है। चालू सीजन में मेंथा तेल के उत्पादन में करीब 18 फीसदी की कमी आने की संभावना है। इसीलिए स्टॉकिस्टों की बिकवाली कम आ रही है। ऐसे में मौजूदा कीमतों में और भी तेजी के आसार हैं।एसेंशियल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष जुगल किशोर ने बताया कि इस समय अमेरिका, यूरोप और खाड़ी देशों के आयातकों की मांग अच्छी बनी हुई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रिस्टल बोल्ड का दाम सितंबर महीने के शुरू में 20 से 20.50 डॉलर प्रति किलो (सीएंडएफ) था जो बढ़कर 22 डॉलर प्रति किलो हो गया है। उन्होंने बताया कि डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत हुआ है लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम बढऩे से निर्यातकों को पड़ते लग रहे हैं।भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2010-11 के पहले पांच महीनों (अप्रैल से अगस्त) के दौरान मेंथा उत्पादों के निर्यात में 16 फीसदी की गिरावट आई है। इस दौरान निर्यात घटकर 7,000 टन का ही हुआ है। जबकि पिछले साल की समान अवधि में 8,325 टन का निर्यात हुआ था। जुगल किशोर ने बताया कि सितंबर में निर्यात में बढ़ोतरी हुई है तथा अगाऊ सौदों को देखते हुए अक्टूबर में भी निर्यात बढऩे की संभावना है।उत्तर प्रदेश मेंथा उद्योग एसोसिएशन के अध्यक्ष फूल प्रकाश ने बताया कि चालू फसल सीजन में देश में मेंथा तेल का उत्पादन घटकर 27-28 हजार टन ही होने का अनुमान है जो पिछले के 32-33 हजार टन से कम है। नई फसल के उत्पादन में कमी की आशंका के कारण ही अमेरिका, यूरोप और खाड़ी देशों के आयातकों की मांग बढ़ गई है। साथ ही घारेलू फार्मा कंपनियों की मांग भी पहले की तुलना में बढ़ गई है। वैसे भी कीमतों में तेजी को देखते हुए स्टॉकिस्टों और किसानों की बिकवाली भी पहले की तुलना में कम हो गई है। इसीलिए तेजी को बल मिल रहा है। निवेशकों की खरीद से मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर अक्टूबर महीने के वायदा अनुबंध में पिछले एक महीने में 10.3 फीसदी की तेजी आई है। दो सितंबर को नवंबर महीने के वायदा अनुबंध में मेंथा तेल का भाव 794 रुपये प्रति किलो था। जो शुक्रवार को बढ़कर 876 रुपये प्रति किलो हो गया।ग्लोरिस केमिकल के डायरेक्टर अनुराग रस्तोगी ने बताया कि उत्पादक मंडियों में मेंथा तेल की दैनिक आवक घटकर 400-500 ड्रम (एक ड्रम-180 किलो) की रह गई है। जबकि उत्पादक मंडियों में मेंथा तेल का दाम पिछले एक महीने में करीब 100 रुपये प्रति किलो बढ़ चुका हैं। शुक्रवार को चंदौसी में मेंथा तेल का भाव बढ़कर 975 रुपये प्रति किलो और दिल्ली में क्रिस्टल बोल्ड का भाव बढ़कर 1030-1,040 रुपये प्रति किलो हो गया।बात पते कीअंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रिस्टल बोल्ड का दाम सितंबर महीने के शुरू में 20 से 20.50 डॉलर प्रति किलो (सीएंडएफ) था जो बढ़कर 22 डॉलर प्रति किलो हो गया है। (Business Bhaskar....r s rana)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें