चंडीगढ़ October 15, 2010
हरियाणा में धान की सरकारी खरीद की कमजोर शुरुआत हुई है। अब तक प्रदेश में कुल 6,61,979 टन धान की खरीद हुई है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 11,20,631 टन धान उठ गया था। बावजूद इसके प्रदेश के कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में खरीदारी बढ़ेगी। उनका कहना है कि अगले कुछ दिनों में बासमती धान की आवक बढ़ेगी। कृषि वैज्ञानिक और कारोबारी भी इस दावे का समर्थन करते हैं। चावल अनुसंधान केंद्र कॉल (हिसार) के वैज्ञानिकों ने कहा कि मॉनसून की अवधि बढऩे का असर निश्चित तौर पर धान उत्पादन पर होगा। इस वर्ष मॉनसून की अवधि बढऩे और अधिक तापमान की वजह से हरियाणा में धान की फसल पर कीड़ों के हमले की आशंका बढ़ी है। इसका असर फसल की उत्पादकता पर हो सकता है। हरियाणा प्रदेश राइस मिलर ऐंड डीलर्स एसोसिएशन के महासचिव जेवेल सिंघला ने कहा कि हरियाणा में इस वर्ष धान की फसल प्रभावित हुई है, बाढ़ की वजह से प्रदेश में धान के रकबे पर खासा असर हुआ है और मॉनसून के लंबा खींचने से स्थिति और खराब होने की आशंका है। (BS Hindi)
16 अक्तूबर 2010
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