12 अक्टूबर 2010
किसानों को निराश कर सकता है पूसा-1121
किसानों को बढिय़ा मूल्य दिलाता रहा पूसा- 1121 बासमती चावल इस साल उन्हें निराश कर सकता है। मौजूदा सीजन में उत्पादन बढऩे के अलावा बकाया स्टॉक भी ज्यादा है। यही नहीं, निर्यात सौदे भी कम हो रहे हैं। चालू वित्त पहले के पहले छह महीनों में बासमती चावल के निर्यात सौदों में 13.7 फीसदी की कमी आई है। ऐसे में पूसा-1121 धान का भाव उत्पादक मंडियों में 2,000 से 2,200 रुपये प्रति क्विंटल के बीच ही बने रहने की संभावना है जबकि पिछले साल ऊपर में इसके भाव बढ़कर 2,600 से 2,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गए थे। हरियाणा की कैथल मंडी स्थित खुरानिया एग्रो के मैनेजिंग डायरेक्टर रामविलास खुरानिया ने बताया कि पिछले साल नई फसल के समय पूसा-1121 धान का भाव 1,900-2,000 रुपये प्रति क्विंटल खुला था लेकिन मांग बढऩे से इसकी कीमतें बढ़कर 2,600-2,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गई थी। चालू सीजन में पूसा-1121 धान का उत्पादन तो बढऩे की संभावना है ही, साथ में पुराना स्टॉक भी ज्यादा है। इसीलिए इसके दाम 2,000-2,200 रुपये प्रति क्विंटल के बीच ही बने रहने की संभावना है। मंडी में पूसा-1121 धान की छिटपुट आवक शुरू हो गई है। इस सीजन में पूसा 1121 धान का भाव 2,000-2,100 रुपये प्रति क्विंटल खुला है। मौसम साफ है इसीलिए अगले आठ-दस दिनों में आवक बढ़ जाएगी जबकि इस समय निर्यातकों की मांग कमजोर बनी हुई है। नरेला व्यापार मंडल के अध्यक्ष के. के. बंसल ने बताया कि मंडी में पूसा-1121 पुराने धान की आवक 25-26 हजार बोरी की हो रही है। इसका भाव 2090-2,100 प्रति क्विंटल चल रहे हैं। आगामी दिनों में आवक बढऩे की संभावना है जबकि निर्यात मांग कमजोर है। रुपये के मुकाबले डॉलर कमजोर होने से भी निर्यातकों को पड़ते नहीं लग रहे हैं। कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों (अप्रैल से सितंबर)के दौरान 14.5 लाख टन बासमती चावल के निर्यात हेतु सौदों का रजिस्ट्रेशन ही हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 16.5 लाख टन के निर्यात सौदों का पंजीकरण हो चुका था। कुल निर्यात में पूसा-1121 चावल की भारीगदारी 65-70 फीसदी है। ऑल इंडिया राइस एक्सपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय सेतिया ने बताया कि चालू सीजन में बासमती चावल का निर्यात पिछले साल के 25 लाख टन से बढ़कर 30 लाख टन होने का अनुमान है। उन्होंने माना कि अभी तक निर्यात सौदे कम हुए हैं लेकिन निर्यात का पीक सीजन दिसंबर से मार्च होता है। इसीलिए इस अवधि में निर्यात सौदे बढऩे की संभावना है। केआरबीएल लिमिटेड के संयुक्त प्रबंध निदेशक अनुप कुमार गुप्ता ने बताया कि घरेलू बाजार में बासमती पूसा-1121 चावल सेला का भाव 4,400-4,500 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में पूसा-1121 बासमती सेला का भाव 1,150-1,200 डॉलर प्रति टन है।बात पते कीकारोबारियों को भाव उत्पादक मंडियों में 2,000 से 2,200 रुपये प्रति क्विंटल के बीच रहने की संभावना है। पिछले साल ऊपर में इसके भाव 2,600 से 2,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गए थे। (Business Bhaskar....aar as raana)
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