28 नवंबर 2008
कमोडिटी और टेक सेक्टर में किया जा सकता है निवेश
बाजार में पिछले काफी समय से उतार-चढ़ाव का दौर जारी है और आने वाले समय में भी इसे कोई दिशा मिलती नजर नहीं आ रही। हाल की गिरावट ने प्रत्येक शेयर पर कहर ढाया है और बहुत से लॉर्ज कैप शेयर 4-5 वर्षों बाद अब आकर्षक दाम पर उपलब्ध हैं। मेटल (विशेषकर स्टील और एल्युमीनियम) सेक्टर की बहुत से कंपनियों की मध्यम अवधि की संभावनाओं पर प्रश्न उठ सकते हैं लेकिन लंबी अवधि की सोच के साथ इनमें निवेश किया जा सकता है। कमोडिटी सेक्टर में अभी सुधार आने में समय लगेगा लेकिन मौजूदा स्तरों पर इसमें खरीदारी करना अच्छा रहेगा। निवेशक अपने पोर्टफोलियो में टेक्नोलॉजी सेक्टर को भी जगह दे सकते हैं। इस सेक्टर का हाल का प्रदर्शन मिला-जुला रहा है। आउटसोर्सिंग पर लगाम लगाने के अमेरिका के अगले राष्ट्रपति बराक ओबामा के इरादे का असर पहले ही शेयरों पर पड़ चुका है। लेकिन घरेलू आईटी सेक्टर ने पिछले एक दशक में बड़ा मुकाम हासिल किया है और भारत की बड़ी आईटी कंपनियों की मदद के बिना वैश्विक कंपनियों का आगे बढ़ पाना मुश्किल होगा। आईटी कंपनियों को कीमत और मार्जिन को लेकर कुछ समझौते करने पड़ सकते हैं लेकिन आने वाले समय में उनके कारोबार पर बहुत अधिक असर पड़ने की उम्मीद नहीं है। कम से कम तीन वर्ष के लिए निवेश करने वाले लोग टेक सेक्टर में रकम लगा सकते हैं। ऐसे शेयरों को चुनना अच्छा रहेगा जिनमें मंदी की मार सहने की क्षमता हो। इसके साथ ही आप कंपनी के पिछले प्रदर्शन और ऑर्डर बुक पर भी नजर डाल सकते हैं। जो निवेशक म्यूचुअल फंड के जरिए इक्विटी में निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए डाइवर्सिफाइड फंड बेहतर होंगे। निवेशकों का एकमुश्त धन लगाने से बचना चाहिए। म्यूचुअल फंड में सिस्टेमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के जरिए निवेश कर सकते हैं। अगर आप सीधे शेयरों में निवेश करते हैं और पांच वर्ष का नजरिया रखते हैं तो नियमित अंतराल पर प्रॉफिट बुक करें। (ET Hindi)
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