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09 नवंबर 2008

निर्यात मांग निकलने से बासमती चावल तेज

बासमती चावल की निर्यात मांग निकलने से इसके भाव 200-300 रुपये क्विंटल तक बढ़ गए हैं। आने वाले दिनों में इसमें और तेजी की उम्मीद की जा रही है। दिल्ली व्यापार महासंघ के चैयरमेन और चावल कारोबारी ओमप्रकाश जैन ने बिÊानेस भास्कर को बताया कि बासमती चावल की निर्यात निकलने लगी है जिससे इसके भाव में 200 से 300 रुपये क्विंटल की बढ़ोतरी देखी जा रही है। खारी बावली मंडी में बासमती चावल में सुगंधा 3750-3900 रुपये से बढ़कर 3900 से 4100 रुपये, शरबती 2150-2325 से बढ़कर 2300 से 2500 रुपये और डीबी 4700-5000 से बढ़कर 5000 से 5300 रुपये क्विंटल के हिसाब से बिक रहा है। हाल ही में पूसा 1121 को बासमती चावल का दर्जा मिलने के बाद इसके मूल्यों में तेजी आई है । दरअसल इसे बासमती का दर्जा मिलने से इसका भाव 6100 रुपये से बढ़कर 6500 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। माना यह जा रहा है कि इसकी निर्यात मांग आगे और बढ? सकती है। जिससे भाव और बढ़ सकते है। दिल्ली ग्रेन मर्चेंट एसोसिएशन के सचिव सुरेंद्र कुमार गर्ग का कहना है अगले कुछ दिनों में बासमती चावल की निर्यात मांग और बढ़ने की संभावना है । ऐसे में बासमती चावल के भाव और ऊपर जा सकते है। वहीं दूसरी ओर ओमप्रकाश जैन का मानना है कि इसके निर्यात में बढ़ोतरी तो होगी लेकिन उतनी होने की उम्मीद कम है जितनी बीते महीनों में बढ़ोतरी हुई थी क्योंकि बीते महीनों में विदेशों में चावल की भारी कमी होने के कारण मांग काफी बढ़ गई थी और भाव भी बढ़े थे।लेकिन अब अन्य देशों में भी चावल की पैदावार अच्छी बताई जा रही है । बीते महीनों में बासमती चावल की निर्यात मांग काफी होने से देश में इसके मूल्य में भारी तेजी आई थी, ऐसे में सरकार भाव को नियंत्रित करने के लिए 8000 रुपये प्रति टन का निर्यात शुल्क लगा दिया था। जिससे निर्यात मांग में गिरावट आई थी। सरकारी आंकडों के मुताबिक साल 2008 के मध्य अप्रैल और सितंबर माह के दौरान बासमती चावल का निर्यात 20000 हजार टन घटकर 4.7 लाख टन रह गया है जबकि पिछले साल समान अवधि में इसका निर्यात 4.9 लाख टन हुआ था। (Business Bhaskar)

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