23 नवंबर 2008
गेहूं की बुवाई पिछड़ी
केंद्र सरकार द्वारना चालू रबी सीजन में गेहूं उत्पादन लक्ष्य को झटका लगा सकता है। उत्पादक राज्यों में अनुकूल मौसम के बावजूद गेहूं की अब रकबे में 1.21 लाख हैक्टेयर की कमी दर्ज की गई है। कृषि मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार चालू रबी बुवाई सीजन में देश में अभी तक गेहूं की कुल बुवाई 83.78 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है । पिछले साल इस अवधि के दौरान करीब 84.99 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई थी। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) तय न होने और यूपी में चीनी मिलों द्वारा गन्ने की पिराई शुरू न होने से गेहूं की बुवाई में देरी हो रही है। बीते वर्ष रबी फसलों के एमएसपी की घोषणा अक्टूबर के प्रथम पखवाड़े में हो गई थी। नई फसल के लिए कृषि लागत एवं मूल्य आयोग ने एमएसपी 1080 रुपये क्विंटल तय करने की सिफारिश की है। लेकिन अब तक घोषणा नहीं हुई है। भारतीय कृषक समाज के डॉ. कृष्ण बीर चौधरी का कहना है कि केंद्र सरकार को जितनी जल्दी हो सके रबी फसलों का एमएसपी घोषित कर देना चाहिए। किसान नेता युद्धवीर सिंह का कहना है कि डीजल, खाद, बीज व दवाइयों के दामों में हो रही बढ़ोतरी से किसानों की लागत तो बढ़ रही है लेकिन उस अनुपात में समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी न होने से किसानों को भारी घाटा उठाना पड़ता है। केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकारों को भी किसानों को उच्च क्वालिटी के बीज और कीटनाशक दवाइयों के अलावा समय पर खाद उपलब्ध करवानी चाहिए। केंद्र सरकार को ये भी सुनिश्चित करना चाहिए कि किसानों की फसल एमएसपी से नीचे ना बिके। इस समय खरीफ की फसलें मक्का, बाजरा तथा कपास कई राज्यों में एमएसपी से नीचे बिक रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीते वर्ष केंद्र सरकार ने रबी फसलों के एमएसपी अक्टूबर के शुरू में घोषित कर दिए थे जिससे देश में गेहूं का रिकार्ड 784 लाख टन का उत्पादन हुआ था।चना और सरसों का रकबा बढ़ानई दिल्ली। चालू रबी बुवाई सीजन में सरसों और चना के बुवाई क्षेत्रफल में बढ़ोतरी सरकार के लिए राहत की बात हो सकती है। कृषि मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार चालू रबी बुवाई सीजन में तिलहनों के बुवाई क्षेत्रफल में गत वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 14 फीसदी और दलहनों के बुवाई क्षेत्रफल में 17 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। तिलहनों की प्रमुख फसल सरसों की बुवाई अभी तक 56.25 लाख हैक्टयर में हो चुकी है जबकि बीते वर्ष की समान अवधि में इसकी बुवाई मात्र 43.81 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई थी। इस साल अभी तक रबी सीजन में तिलहनों का बुवाई क्षेत्रफल बढ़कर 72.81 लाख हैक्टेयर हो गया है जो पिछले साल की इसी अवधि तक 58.79 लाख हैक्टेयर था। चने की बुवाई भी गत वर्ष के 47.35 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 58.14 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है। (Business Bhaskar.........R S Rana)
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