18 नवंबर 2008
सटोरियों की सक्रियता से लालमिर्च के भाव बढ़े
आढ़तियों की सक्रियता से आध्र प्रदेश के गुंटूर और मध्य प्रदेश की मंडियों में लालमिर्च के भावों पिछले सप्ताह के दौरान करीब 300-400 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ गए हैं। लेकिन अब माना यह जा रहा है कि चालू सप्ताह के दौरान लाल मिर्च की कीमतों में गिरावट आ सकती है। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह शनिवार को आंध्रप्रदेश के प्रमुख उत्पादक इलाकों गुंटूर, खम्मम, वारंगल व कृष्णानगर जिलों में अच्छी वर्षा हुई है जोकि आने वाली नई फसल के लिए काफी लाभदायक साबित हो सकती है। लिहाजा लालमिर्च के मौजूदा भावों में 200-300 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ सकती है।इंदौर मंडी स्थित मैसर्स जेठालाल नेमचंद एंड संस के खजोरमल प्रजापति ने बिजनेस भास्कर को बताया कि मध्य प्रदेश की मंडियों में लालमिर्च की साप्ताहिक आवक 70-75 हजार बोरी (एक बोरी 45 किलो) की हो रही है लेकिन उत्पादन में कमी और गुंटूर में कमजोर स्टॉक से स्टॉकिस्टों द्वारा अच्छी खरीदारी से मध्य प्रदेश की मंडियों में लालमिर्च के भावों में 300- 400 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आकर भाव 4500-5700 रुपये प्रति क्विंटल क्वालिटी अनुसार हो गए। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में मध्य प्रदेश में पहले जहां उत्पादन की उम्मीद 32-33 लाख बोरी होने की संभावना थी वहीं अब स्टॉकिस्ट उत्पादन घटाकर 28- 30 लाख बोरी ही होने की उम्मीद रहे हैं। बीते वर्ष राज्य में 35 लाख बोरी लालमिर्च का उत्पादन हुआ था। उनका मानना है कि आगामी सप्ताह में आवक बढ़ने से इसके भावों में 200-300 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ सकती है। गुंटूर मंडी के लालमिर्च व्यापारी डुंगरमल ने बताया कि आंध्रप्रदेश में लालमिर्च की बुवाई में तो गत वर्ष के मुकाबले 10 -15 फीसदी की कमी आई है।लेकिन शनिवार को प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों गुंटूर, खम्मम, वारंगल व कृष्णानगर जिलों में हुई वर्षा से आने वाली नई फसल को काफी फायदा हुआ है। उनका मानना है कि आगामी दस-पंद्रह दिनों में मौसम कैसा रहता है इस पर लालमिर्च की तेजी-मंदी निर्भर करेगी। गुंटूर में इस समय लालमिर्च का 17 से 18 लाख बोरी का स्टॉक बचा हुआ है जोकि गत वर्ष से थोड़ा कम है। बचे हुए स्टॉक में बढ़िया लाल माल मात्र 35 से 40 फीसदी ही है तथा ज्यादातर माल फटकी क्वालिटी का ही बचा हुआ है। उन्होंने बताया कि गुंटूर में तेजा क्वालिटी की लालमिर्च के भाव सप्ताहांत तक बढ़कर 6800-7500 रुपये, 334 क्वालिटी के भाव 5200-6200 रुपये, सनम के भाव 5800-6300 रुपये, ब्याड़गी क्वालिटी के भाव 7000-7800 रुपये, 273 क्वालिटी के भाव 5800-6500 रुपये व फटकी क्वालिटी के भाव 1400-2500 रुपये प्रति क्विंटल रहे। भारतीय मसाला बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से सितंबर तक लालमिर्च का निर्यात 1.09 लाख टन का हुआ है। (Business Bhaskar........R S Rana)
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