28 नवंबर 2008
भारत और चीन में कॉपर बढ़ा, लंदन में गिरा
वैव्श्रिक बाजारों में गुरुवार के कारोबार के दौरान कॉपर के भाव में काफी घटबढ़ देखी गई। इस दौरान लंदन मेटल एक्सचेंज में कॉपर के भाव में करीब 70 डॉलर की गिरावट देखी गई। वहीं चीन और भारत में कॉपर की कीमतों में तेजी रही। गौरतलब है कि लंदन मेटल एक्सचेंज में थ्री मंथ कॉपर वायदा करीब 70 डॉलर की गिरावट के साथ 3,685 डॉलर प्रति टन पर कारोबार किया। कारोबारियों के मुताबिक अमेरिका में मांग घटने की आशंका से यहां कॉपर की कीमतों में गिरावट आई है। हालांकि इस गिरावट का असर भारत और चीन के कॉपर कारोबार पर नहीे देखा गया। आम तौर पर वैव्श्रिक स्तर पर कॉपर का कारोबार लंदन मेटल एक्सचेंज की तर्ज पर ही होता है। लेकिन इसके उलट गुरुवार को कारोबार के दौरान शंघाई मेटल एक्सचेंज में कॉपर की कीमतों में करीब दो फीसदी की बढ़त रही।दिन भर के कारोबार के दौरान यहां पर थर्ड मंथ कॉपर वायदा करीब 520 युआन की बढ़त के साथ 28,350 युआन प्रति टन पर कारोबार किया। सोमवार के कारोबार के दौरान करीब सात फीसदी की गिरावट आने की वजह से यह 26,520 युआन प्रति टन पर कारोबार किया था। जो पिछले चार सालों का न्यूनतम स्तर है। कारोबारियों के मुताबिक आने वाले दिनों में मांग बढ़ने की संभावना से कॉपर की कीमतों में इजाफा हुआ है। दरअसल चीन सरकार द्वारा राहत पैकेज जारी करने के साथ ही ब्याज दरों में भारी कटौती की है। पिछले 11 सालों के बाद का यह सबसे बड़ी कटौती है। इस दौरान चीन में कॉपर की मांग में इजाफ की संभावना से भारत के हाजिर बाजारों में भी इसकी कीमतों में तेजी देखी गई। हालांकि मुंबई में आतंकवादी हमले की वजह से वायदा कारोबार के साथ मुंबई में हाजिर कारोबार भी बंद रहा। लेकिन दिल्ली में कारोबार होने से यहां कॉपर की कीमतों में करीब पांच रुपये प्रति किलो की बढ़त देखी गईद्ध दिन भर के कारोबार के दौरान यहां कॉपर वायदा करीब 230 रुपये किलो बिका। कारोबारियों के मुताबिेक चीन में भाव बढ़ने की वजह से घरलू बाजारों में कॉपर व कॉपर उत्पादों में औद्योगिक मांग बढ़ी है। (Business Bhaskar)
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