23 नवंबर 2008
वायदा कारोबार में कैसे चुनें ब्रोकर
कमोडिटी बाजार में कामकाज शुरू करने से पहले जो पहला प्रश्न आपके जेहन में आता है वह है आपका ब्रोकर। निवेश करने से पहले एक अच्छे ब्रोकर का चुनाव करना बहुत जरूरी है। एक जरा सी चूक आपकी जिंदगी भर की गाढ़ी कमाई को डुबो भी सकती है। भारत में ऑनलाइन कमोडिटी वायदा कारोबार पिछले पांच साल से चल रहा है। कमोडिटी वायदा कारोबार में काम करना फायदा दे सकता है अगर कारोबार करने से पहले निवेशक थोड़ा होमवर्क कर ले और कुछ बातों का ध्यान रखे। इस समय स्मार्ट निवेशक कमोडिटी वायदा कारोबार में अच्छा पैसा कमा रहे हैं। पिछले दो-तीन महीने से अंतर्राष्ट्रीय शेयर बाजारों में आई गिरावट के परिणामस्वरूप भारतीय शेयर बाजारों में भारी गिरावट का दौर देखने को मिला है। अगर बात की जाए इस दौरान कमोडिटी वायदा कारोबार की तो इस दौरान कमोडिटी कारोबार में बढ़ोतरी देखी गई है।देखें बुनियादी सुविधाएं हैं या नहींकमोडिटी वायदा कारोबार में पिछले चार साल से कारोबार कर रहे लॉरेंस रोड के भारत भूषण ने बताया कि ब्रोकर का चुनाव करने से पहले यह जानना आवश्यक है कि क्या आपका ब्रोकर कारोबार की आपकी सभी जरूरतें पूरी कर सकता है या नहीं। वह आपको हर सर्विस दे सकने की बुनियादी सुविधाएं रखता है या नहीं। हर सौदा जो आप कर रहे हैं चाहे आप किसी कमोडिटी को खरीद रहे हैं या फिर उसकी बिकवाली कर रहे हैं अपने ब्रोकर से लगातार बातचीत करते रहें। ब्रोकर की महत्वपूर्ण टिप्पणियों को लिखते रहना बेहता रहता है। भूषण ने बताया कि यह भी जानना जरूरी है कि आपके ब्रोकर की जिंसों पर कितनी पकड़ है साथ ही उसके मंडियों में कैसा सम्पर्क हैं।ब्रोकर की बाजार में साख कैसी हैरेलिगेयर के कमोडिटी हेड जयंत मांगलिक ने बिजनेस भास्कर को बताया कि कमोडिटी वायदा बाजार में कारोबार शुरू करने से पहले निवेशक को अपने ब्रोकर के बारे में जानना जरूरी है। देख लें कि आप जिस ब्रोकर से जुड़ना चाहते हैं उसकी बाजार में साख कैसी है। उसकी वित्तीय स्थिति कैसी है, जिंसों की डिलीवरी के समय सर्तक होकर काम करता है या निवेशक पर ही सब-कुछ छोड़ देता है। ब्रोकर को कमोडिटी बाजार कारोबार का कितना अनुभव है। साथ ही यह भी देख लें कि ब्रोकर कितने समय से जिंसों की ट्रेडिंग से जुडा है। ब्रोकर का एक्सचेंज में रजिस्टर्ड सदस्य होना भी जरूरी है। अगर ब्रोकर फ्यूचर मार्केट कमीशन का रजिस्टर्ड सदस्य नहीं है तो भूल कर भी उसके साथ काम न करें। ये भी जानना जरूरी है कि क्या ब्रोकर केवल ग्राहकों के लिए कारोबार करता है या फिर अपना खुद का कारोबार करके भी सौदे खड़े रखता है। ब्रोकर मार्जिन के पैसे सही समय पर एक्सचेंज को देता है या नहीं। ब्रोकर निवेशक से ब्रोकरेज के रूप में कितना कमीशन लेता है।ऑफिस में फोन करेंअगर कोई एजेंट आपसे पैसे लेने आता है तो पहले ब्रोकिंग फर्म से जुड़े उसके दस्तावेजों की पड़ताल करें। उसका और उसके उच्च अधिकारियों का नंबर लें। बेहतर होगा कि कंपनी के लेंड लाइन नंबर पर फोन करके एजेंट की वास्तविकता का पता कर लें। एजेंट का फर्म आइडेंटिटी प्रूफ जरूर देख लें। इसके अलावा जिस जिंस में वह पैसा लगवाने की बात कर रहा है उससे जुड़ी उसकी जानकारी का आकलन पूछताछ के जरिए करें। इसके अलावा अगर एजेंट आपसे कैश में भुगतान की मांग करता है तो उस पर बिलकुल भरोसा न करें। दरअसल कमोडिटी वायदा बाजार में सभी सौदे चेक से किए जाते हैं। (Business Bhaskar..............R S Rana)
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