18 नवंबर 2008
चीन और जापान में मांग की कमी से कच्चे तेल में गिरावट
लंदन : 2001 के बाद जापान के दोबारा मंदी में जाने और चीन से मांग में तेज कमी के कारण सोमवार को कच्चे तेल में गिरावट का रुख रहा तीसरी तिमाही में जापानी अर्थव्यवस्था में 0.4 फीसदी की कमी आई है। दुनिया में तेल के दूसरे सबसे बड़े उपभोक्ता देश चीन की सबसे बड़ी तेल उत्पादक कंपनी चाइना नेशनल पेट्रोलियम कॉर्प ने कहा है कि वैश्विक मंदी के कारण सितंबर के मुकाबले मांग में काफी कमी आई है। लंदन में बेक कमोडिटीज के सीनियर ब्रोकर क्रिस्टोफर बेली ने कहा, 'मंदी की लगातार खबरों के कारण क्रूड ऑयल पर काफी दबाव है। कीमत में सुधार आने का एक ही रास्ता है कि ओपेक उत्पादन में भारी कटौती करे।' न्यूयॉर्क मर्केंटाइल एक्सचेंज पर दिसंबर क्रूड ऑयल का शुरुआती भाव कारोबार के दौरान 1.44 डॉलर या 2.5 फीसदी नीचे गिरकर 55.60 डॉलर प्रति बैरल पर आ गए। रॉयल डच शेल और शेवरॉन कॉर्प ने नाइजीरिया में पाइपलाइन में बाधा आने की बात कही, लेकिन कीमतों पर कोई असर नहीं हुआ। पिछले सप्ताह क्रूड ऑयल की कीमतों में 6.6 फीसदी की गिरावट आई और यह 21 महीने के न्यूनतम स्तर 54.67 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था। पिछले 12 सालों के दौरान जर्मनी अपने सबसे खराब दौर से गुजर रहा है तो लगातार चौथे महीने अमेरिका में रीटेल बिक्री में गिरावट आई। जेबीसी एनर्जी के सीईओ जोहांस बेन्गिनी ने कहा, 'अर्थव्यवस्थाएं कमजोर दिख रही हैं और मांग भी उत्साहजनक नहीं है। इस कारण तेल की कीमतें दुनिया भर के स्टॉक मार्केट का अनुसरण कर रही हैं।' (ET Hindi)
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