20 नवंबर 2008
ठंड न पड़ने से गुड़ की खपत हल्की
अपेक्षित ठंड न होने के कारण खपत राज्यों से गुड़ की मांग कमजोर बनी हुई है। जिससे पिछले एक सप्ताह में इसमें करीब 50 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आकर गुड़ चाकू के भाव 1600 रुपये और गुड़ पेड़ी के भाव 1650 से 1700 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। जानकारों के अनुसार चीनी मिलों में गन्ने की पेराई शुरू न होने का असर भी गुड़ के भावों पर देखा जा रहा है। उम्मीद है कि जैसे ही चीनी मिलों में गन्ने की पेराई शुरू होगी, गुड़ के भाव पुन: मजबूत हो सकते हैं।दिल्ली के खारी बावली स्थित मैसर्स देशराज राजेंद्र कुमार के देशराज ने बिजनेस भास्कर को बताया कि नवंबर माह का दूसरा पखवाड़ा शुरू हो चुका है लेकिन सर्दी सामान्य से कम होने के कारण गुजरात, हरियाणा और पंजाब के साथ ही राजस्थान की मांग कमजोर चल रही है जिससे पिछले एक सप्ताह में इसके भावों में करीब 50 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट देखी गई। उन्होंने बताया कि अब धीरे-धीरे ठंड तो बढ़ेगी ही साथ ही चीनी मिलों में गन्ने की पेराई भी शुरू हो जाएगी जिससे गुड़ में मांग बढ़ने से इसके भावों में पुन: मजबूती आने की उम्मीद है।मुजफ्फरनगर मंडी के गुड़ व्यापारी हरीशंकर मुदड़ा ने बताया कि गुड़ की आवक बढ़कर 12,000 से 12,500 कट्टा (एक कट्टा 40 किलो) की हो रही है लेकिन मांग कमजोर होने से पिछले एक सप्ताह में इसके भावों में 20 रुपये की गिरावट आकर गुड़ चाकू के भाव 570 से 620 रुपये प्रति 40 किलो और खुरपापाड़ गुड़ के भाव 560 से 570 रुपये प्रति 40 किलो रह गए। उन्होंने बताया कि चालू सप्ताह के आखिर तक राज्य की लगभग सभी चीनी मिलों में गन्ने की पेराई शुरू होने की संभावना है। अत: जैसे ही चीनी मिलों में गन्ने की पेराई शुरू होगी गुड़ के मौजूदा भावों में सुधार आ सकता है। गुड़ की एक अन्य प्रमुख मंडी शामली में गुड़ की दैनिक आवक 2000 से 2500 कट्टो की हो रही है जबकि गुड़ पेड़ी के भाव घटकर यहां 625 से 650 रुपये प्रति 40 किलो रह गए। यहां भी पिछले पांच-छ: दिनों में इसके भावों में 20 से 25 रुपये प्रति 40 किलो की गिरावट आई है।मुरादनगर मंडी में गुड़ पेड़ी के भाव घटकर 580 से 600 रुपये प्रति 40 किलो रह गए। मुरादनगर मंडी में गुड़ की आवक 2000 से 2200 कट्टों की हो रही है। यहां भी पिछले एक सप्ताह में इसके भावों में 15 से 20 रुपये प्रति 40 किलो का मंदा देखा गया है। (Business Bhaskar....R S Rana)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें