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03 अक्तूबर 2009

आलू पर दिखेगा बेमौसम गर्मी का असर

नवंबर की शुरुआत से हिमाचल प्रदेश से नए आलू की आवक शुरू हो जाएगी। यही नहीं मध्य नवंबर तक पंजाब की होशियारपुर लाइन से भी नया आलू आने लगेगा। पर इन राज्यों के ज्यादा तापमान का असर आलू की फसल पर दिख सकता है। जानकारों के मुताबिक यहां के आलू की मोटाई कम रह सकती है। इससे कुल पैदावार में कमी आ सकती है। उधर यूपी में बुवाई में देरी हो सकती है। यहां 15 अक्टूबर तक आलू की फसल बोई जाती है। पर मौसम में गर्मी की वजह से बुवाई डिले हो सकती है। ऐसे में अक्टूबर महीने में आलू की मौजूदा कीमतों में और गिरावट के आसार नहीं हैं। मौसम गर्म होने के कारण इस समय आलू की खपत भी कम हो रही है, जिससे पिछले पंद्रह दिनों में हाजिर बाजार में आलू की कीमतों में लगभग दस फीसदी की गिरावट आ चुकी है। हाजिर का असर वायदा बाजार पर भी पड़ा है। वायदा में गिरावट मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में अक्टूबर महीने के वायदा अनुबंध में पिछले पंद्रह दिनों में 11.9 फीसदी की गिरावट आकर आलू के भाव एक अक्टूबर को 1280 रुपये प्रति क्विंटल रह गये। 16 सितंबर को वायदा में इसके भाव 1453 रुपये प्रति क्विंटल थे। अक्टूबर महीने के वायदा अनुबंध में 423 लॉट के खड़े सौदे हुए हैं।हाजिर में भाव घटेपोटैटो ओनियन मर्चेंट एसोसिएशन (पोमा) के अध्यक्ष त्रिलोकचंद शर्मा ने बताया कि मंडी में इन दिनों करीब 120 ट्रक आलू की सप्लाई हो रही है। इसमें 100 ट्रक कोल्ड स्टोर, 8-10 ट्रक कर्नाटक और करीब 10 ट्रक शिमला लाइन की सप्लाई शामिल है। मौसम गर्म होने के कारण आलू की खपत कमजोर चल रही है इसलिए कुल आवक में से करीब 25-30 ट्रक सरप्लस रह जाते हैं। पिछले पंद्रह दिनों में थोक बाजार में इसकी कीमतों में करीब 150 रुपये प्रति 80 किलो की गिरावट आ चुकी है। इस समय कोल्ड स्टोर के आलू के भाव 900 से 1300 रुपये, कर्नाटक के आलू के भाव 1200-1500 रुपये और शिमला के आलू के भाव 1200 से 1600 रुपये प्रति 80 किलो चल रहे हैं।उत्पादक राज्यों में स्टॉकदेश में आलू की नई फसल आने तक की खपत के हिसाब से इसका स्टॉक भी पर्याप्त है। राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास फाउंडेशन (एनएचआरडीएफ) अनुसार इस साल उत्तर प्रदेश के 1374 कोल्ड स्टोरों में करीब 65 लाख टन आलू स्टोर हुआ था। कारोबारियों के अनुसार उत्तर प्रदेश के कोल्ड स्टोर में इस समय करीब 35 लाख टन आलू बचा हुआ है। इसमें से 20 लाख टन की खपत बीज में होगी। बाकी 15 लाख टन बाजार में बिकेगा। वर्ष 2008-09 में उत्तर प्रदेश में आलू का करीब 135 लाख टन का उत्पादन हुआ था। पंजाब में 2.50 लाख टन आलू का स्टॉक बचा हुआ है इसमें से करीब 1.10 लाख खपत में आयेगा। पंजाब में कुल उत्पादन करीब 14 लाख टन का हुआ था। उधर हरियाणा में खपत के लिए करीब 50 हजार टन और पश्चिम बंगाल में करीब पांच लाख टन खपत के लिए आलू कोल्ट स्टोर में बचा हुआ है।मौसम फसल के प्रतिकूलमैसर्स बनवारी लाल एंड संस के प्रोपराइटर उमेश अग्रवाल ने बताया कि अभी दिन का तापमान अभी भी 35-37 डिग्री सेल्सियस चल रहा है। तापमान ज्यादा होने के कारण आने वाली नई फसल के आलू की मोटाई कम रह सकती है जिससे कुल पैदावार पर असर पड़ेगा। उत्तर प्रदेश जो कि आलू उत्पादन में देश का अग्रणी राज्य है में आलू के बुवाई अक्टूबर में शुरू हो जाती है। लेकिन गर्मी ज्यादा होने के कारण अभी बुवाई का कार्य गति नहीं पकड़ पा रहा है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में बुवाई में देरी होने के आसार हैं।पैदावार का हाल एनएचआरडीएफ के अनुसार वर्ष 2008-09 में देश में आलू की पैदावार करीब 311 लाख टन की होने का अनुमान है जो कि खपत के लिहाज से पर्याप्त है। चालू महीने में रबी सीजन के लिए आलू की बुवाई का कार्य शुरू हो जायेगा।rana@businessbhaksar.net

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