29 अक्तूबर 2009
पंजाब, हरियाणा में 261 लाख टन गेहूं उत्पादन की संभावना
केंद्र सरकार द्वारा अगले रबी सीजन में गेहूं का उत्पादन लक्ष्य बढ़ाए जाने के बाद पंजाब और हरियाणा ने भी तैयारी शुरू कर दी है। इन राज्यों ने गेहूं बुवाई के रकबा लक्ष्य कर दिया है। पंजाब को 146.60 लाख टन और हरियाणा को 114.62 लाख टन गेहूं उत्पादन की उम्मीद है। हालांकि इन दोनों ही राज्यों में धान की फसल लेट होने से गेहूं की बुवाई कम से कम पांच दिन पिछड़ सकती है। पंजाब में कृषि विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस साल हम 35 लाख हैक्टेयर में गेहूं बुवाई का लक्ष्य तय कर रहे हैं। इससे गेहूं उत्पादन करीब 146.60 लाख टन के करीब रह सकता है। पिछले साल वहां 35.26 लाख हैक्टेयर में 157.33 लाख टन गेहूं का उत्पादन हुआ था। इसी तरह हरियाणा में 24.75 लाख हैक्टेयर में गेहूं बुवाई का लक्ष्य रखा गया है। इससे वहां 114.62 लाख टन गेहूं का उत्पादन हो सकता है। हरियाणा में पिछले साल 24.62 लाख हैक्टेयर में 113.60 लाख टन गेहूं का उत्पादन हुआ था। इस साल गेहूं का बुवाई रकबा बढ़ने की संभावना इस वजह से भी है कि सरकार ने प्रमाणित बीजों के वितरण पर सब्सिडी बढ़ा दी है। अब किसानों को इन बीजों पर नेशनल फूड सिक्योरिटी मिशन के तहत 200 रुपये प्रति क्विंटल ज्यादा सब्सिडी मिलेगी। अगले रबी सीजन में किसानों को गेहूं के प्रमाणित बीज पर 700 रुपये प्रति क्विटंल या कीमत की 50 फीसदी (जो भी कम हो) सब्सिडी मिलेगी। पहले यह सीमा 500 रुपये प्रति क्विंटल थी।दूसरी ओर इन राज्यों में गेहूं की बुवाई एक नवंबर से शुरू होने की उम्मीद है और यह काम 20 नवंबर तक चलेगा। जबकि सामान्य रूप से वहां 25 अक्टूबर से 15 नवंबर तक बुवाई का काम होता है। पंजाब और हरियाणा के किसानों ने जिन खेतों से धान कटाई कर ली है वहां गेहूं की बुवाई की तैयारियां शुरू कर दी है।एक कृषि विशेषज्ञ के अनुसार गेहूं की बुवाई में कम से कम पांच दिन की देरी होगी। धान की अभी खेतों में कटाई चल रही है। सूखे के कारण यह फसल लेट हुई। पंजाब और हरियाणा में अच्छी क्वालिटी के बीज सुनिश्चित करने के लिए बीज की सुलभता सुनिश्चित कराई जा रही है। पंजाब मे 9.5 लाख क्विंटल और हरियाणा में 7.5 क्विंटल गेहूं की विभिन्न किस्मों के बीज सुलभ कराए जाएंगे। (बिज़नस भास्कर)
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