30 अक्तूबर 2009
नए गुड़ की सप्लाई बढ़ने व मांग घटने से भाव 20 फीसदी गिरे
उत्पादक मंडियों में गुड़ की दैनिक आवक बढ़ने और गुजरात, राजस्थान, पंजाब तथा हरियाणा की मांग कमजोर होने से पिछले पंद्रह दिनों में करीब 450-500 रुपये प्रति क्विंटल (करीब 20 फीसदी) की गिरावट दर्ज की गई। दिल्ली थोक बाजार में बुधवार को गुड़ चाकू के भाव घटकर 2500-2550 रुपये और पेड़ी के भाव 2450-2500 रुपये प्रति क्विंटल रह गये। उत्तर प्रदेश में चीनी मिलें चलने में देरी होने की संभावना से गुड़ में गिरावट की धारणा मजबूत हुई है। वहां किसान गन्ने की नई मूल्य प्रणाली फेयर एंड रिम्यूनरेटिव प्राइस (एफआरपी) का विरोध कर रहे हैं। मैसर्स देशराज राजेंद्र कुमार के प्रोपराइटर देशराज ने बताया कि उत्पादक मंडियों में गुड़ की दैनिक आवक बढ़ रही है लेकिन प्रमुख खपत राज्यों गुजरात, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा की मांग कमजोर है। जिससे कीमतों में गिरावट आ रही है। उत्तर प्रदेश जो कि गुड़ उत्पादन में देश का अग्रणी राज्य है, में गन्ने की नई मूल्य प्रणाली एफआरपी का किसानों द्वारा विरोध किया जा रहा है। ऐसे में वर्ष 2009-10 में चीनी का पेराई सीजन देर से शुरू होने की संभावना है। पहले उम्मीद थी कि चीनी मिलें नवंबर के प्रथम सप्ताह में पेराई शुरू करेगी लेकिन अब इसमें और 15-20 दिन की देरी हो सकती है। ऐसे में कोल्हू संचालकों को गन्ने की उपलब्धता अच्छी रहेगी। जिससे गुड़ के मौजूदा भाव में और भी 50-100 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ सकती है। मुजफ्फरनगर के गुड़ व्यापारी हरिशंकर मुंदड़ा ने बताया कि मंडी में गुड़ की दैनिक आवक बढ़कर 15-17 हजार कट्टों (एक कट्टा 40 किलो) की हो गई है। मंडी में गुड़ चाकू के भाव घटकर बुधवार को 900-950 रुपये, पेड़ी के भाव 830-840 रुपये और खुरपापाड़ गुड़ के भाव घटकर 800-810 रुपये प्रति 40 किलो रह गए। पिछले दो दिनों में ही इसकी कीमतों में करीब 100-125 रुपये प्रति 40 किलो की गिरावट आ चुकी है। हालांकि गन्ने की बुवाई पिछले साल से कम है लेकिन जब तक चीनी मिलों में गन्ने की पेराई शुरू नहीं होती है, तब तक कोल्हुओं में गन्ने की आवक का दबाव रहेगा। जिससे गुड़ की मौजूदा कीमतों में और भी गिरावट की संभावना है। उन्होंने बताया कि अभी जो गुड़ आ रहा है, वह स्टॉक में रखने लायक नहीं है इसलिए बिकवाली भी बराबर आ रही है। नवंबर महीने के आखिर में गुड़ में स्टॉकिस्टों की खरीद बननी शुरू होगी तथा तब तक चीनी मिलों में भी गन्ने की पेराई शुरू हो जाएगी। जिससे दिसंबर महीने में गुड़ की कीमतों में तेजी की संभावना है।rana@businessbhaskar।net (आर अस राणा)
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