केंद्र सरकार ने गन्ने की नई मूल्य प्रणाली फेयर एंड रिम्यूनरेटिव प्राइस (एफआरपी) घोषित कर दी है। नई मूल्य प्रणाली से किसानों को नुकसान होने की आशंका है। हालांकि, इसके तहत अभी गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित नहीं किया गया है। खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक एफआरपी प्रणाली के तहत गन्ने का समर्थन मूल्य 125-130 रुपये प्रति क्विंटल तय किए जाने की संभावना है। इसके अलावा राज्य सरकार अगर राज्य परामर्श मूल्य (एसएपी) को एफआरपी से बढ़ाकर तय करती है तो उसकी भरपाई राज्य सरकारें करेंगी।
एफआरपी नाम की इस प्रणाली के तहत गन्ने का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करते वक्त गन्ने की खेती की लागत के साथ किसानों के जोखिम और लाभ भी जोड़े जाएंगे। नई मूल्य प्रणाली को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पहले ही अपनी मंजूरी दे दी है। इसको अध्यादेश के जरिए लागू किया जाएगा। संसद के शीतकालीन सत्र में आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन के लिए पेश किया जाएगा। अभी तक केंद्र सरकार गन्ने का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करती थी तथा उसके बाद राज्य सरकार को एसएपी तय करने का अधिकार होता था। एसएपी पर ही चीनी मिलें गन्ने की खरीद करती थीं। नई प्रणाली के तहत राज्य सरकार अगर केंद्र सरकार द्वारा तय एफआरपी के बाद एसएपी बढ़ाकर तय करती है तो उसकी भरपाई राज्य सरकारें करेंगी।
ऐसे में राज्य सरकार एसएपी बढ़ाने के जोखिम से बचना चाहेगी और चीनी मिलें केंद्र सरकार द्वारा तय एफआरपी पर ही गन्ने की खरीद करेंगी जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। वर्तमान में केंद्र सरकार द्वारा तय गन्ने के वैधानिक एसएमपी के मुताबिक आवश्यक वस्तु अधिनियम (ईसीए) के सेक्शन 3 (3सी) (ए) के तहत लेवी चीनी का मूल्य निर्धारित किया जाता है। लेकिन 21 अक्टूबर के आदेश में एसएमपी के बजाय अब एफआरपी कर दिया गया है, ऐसे में एसएपी की आवश्यकता ही नहीं बची है?
यूपी ने तय किया गन्ने का एसएपीनई दिल्ली। यूपी ने 2009-10 गन्ना पेराई सीजन (अक्टूबर-सितंबर) के लिए राज्य परामर्श मूल्य (एसएपी) में केवल 25 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की है। अगैती किस्म के गन्ने का भाव 170, सामान्य किस्म का 165 व पछेती किस्म का भाव 162।50 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। हरियाणा में विभिन्न किस्मों के दाम 180-185 रुपये क्विंटल के बीच हैं। पंजाब में भी दाम यूपी से ज्यादा, 175 से 180 रुपये प्रति क्विंटल के बीच हैं। (ब्यूरो) (बिज़नस भास्कर...आर अस राणा)
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