कोच्चि October 22, 2009
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान भारत से मसालों के निर्यात में कमी आई है। अप्रैल-सितंबर के दौरान मात्रा और मूल्य दोनों हिसाब से निर्यात घटा है।
मात्रा के लिहाज से कुल निर्यात में 5.7 प्रतिशत और मूल्य के लिहाज से 5 प्रतिशत की गिरावट आई है। यह गिरावट पिछले साल की पहली छमाही की तुलना में दर्ज की गई है। अप्रैल-अगस्त के दौरान मसालों के निर्यात में मात्रा के लिहाज से 10 प्रतिशत और मूल्य के लिहाज से 9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी।
इस तरह से सितंबर के अंत में गिरावट का प्रतिशत कम होना एक सकारात्मक संकेत है। उम्मीद की जा रही है कि 2009-10 की दूसरी छमाही में निर्यात में गिरावट की भरपाई हो जाएगी। पहली छमाही के दौरान भारत से कुल 239,300 टन मसालों का निर्यात किया गया, जिसका कुल मूल्य 2525.86 करोड़ रुपये था।
पिछले साल की समान अवधि में 2660.75 करोड़ रुपये के 253,550 टन मसालों का निर्यात किया गया था। पहली छमाही के दौरान काली मिर्च के निर्यात को सबसे ज्यादा धक्का लगा और इसका निर्यात गिरकर 9750 टन रह गया। पिछले साल की समान अवधि में 215.70 करोड़ रुपये की 12,750 टन कालीमिर्च का निर्यात हुआ था।
मिर्च के निर्यात में भी गिरावट आई है और कुल 510 करोड़ रुपये की 82,000 टन मिर्च का निर्यात पहली छमाही में हुआ। पिछले साल की समान अवधि में 109,000 टन मिर्च का निर्यात हुआ था, जिसकी कीमत 581.17 करोड़ रुपये थी। धनिया के निर्यात में जोरदार बढ़ोतरी हुई।
पिछले साल की पहली छमाही में 105।25 करोड़ रुपये की 15,500 टन धनिया का निर्यात किया गया, जबकि चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में 116.67 करोड़ रुपये की 23,250 टन धनिया का निर्यात किया गया। मिंट के निर्यात को भी झटका लगा और पिछले साल 659.93 करोड़ रुपये की तुलना में इस साल की पहली छमाही के दौरान 538.66 करोड़ रुपये की मिंट का निर्यात हुआ। (बीएस हिन्दी)
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