नई दिल्ली October 18, 2009
कोयला महंगा होने के बावजूद सीमेंट निर्माता कीमतों में तत्काल बढ़ोतरी नहीं करेंगे।
सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लिमिटेड ने कोयले की कीमतें 11 प्रतिशत बढ़ा दी हैं और इससे सीमेंट कंपनियों की लागत भी बढ़ी है। सीमेंट कंपनी एसीसी, अंबुजा सीमेंट्स, जेके सीमेंट तथा श्री सीमेंट संभवत: इस बोझ को ग्राहकों पर नहीं डालेंगे।
वे चाहते हैं कि कीमतों का फैसला बाजार कीमतों पर छोड़ दिया जाए। सीमेंट कंपनियां अपने कारखानों को चलाने के लिए कोयले पर काफी निर्भर करती हैं। सीमेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हरि मोहन बांगुर ने कहा, 'फिलहाल कीमतों में वृध्दि का कोई अवसर नहीं है। यह बाजार पर निर्भर करेगा। लेकिन सीआईएल के कदम के कारण सीमेंट उत्पादन की लागत लगभग 5 प्रतिशत बढ़ जाएगी।'
श्री सीमेंट के प्रबंध निदेशक बांगुर ने कहा कि कंपनियों को यह फैसला करना होगा कि इस बोझ को उपभोक्ताओं पर डाला जाए या इसे वे खुद वहन करें। देश के सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी एसीसी का मानना है कीमतों का निर्धारण तो बाजार कीमतें करती हैं।
एसीसी के प्रबंध निदेशक सुमित बनर्जी ने कहा, 'प्रशासन लागत में इस तरह की वृध्दि को ग्राहकों पर डालना हमारी इच्छा पर नहीं है यह तो बाजार की वास्तविकताओं पर निर्भर करता है।' उन्होंने कहा अगर बढ़ोतरी की भी जाती है तो यह समूचे देश में एक जैसा नहीं होगा। यह कस्बे-कस्बे या विभिन्न शहरों पर निर्भर करेगा।
एसीसी को सालाना करीब 45 लाख टन कोयले की जरूरत होती है, जिसमें से करीब 55 प्रतिशत कोयले की आपूर्ति सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां करती हैं। बनर्जी ने कहा कि सीआईएल के कोयले के दाम बढ़ाने की घोषणा के बाद खुले बाजार में ईंधन की कीमतों में भी बढ़ोतरी हो सकती है।
अंबुजा सीमेंट ने भी कहा है कि सीमेंट की कीमतों की समीक्षा फिलहाल होने की उम्मीद नहीं है, क्योंकि इस समय मांग में कमी आई है। पिछले महीने तमाम इलाकों में हुई बारिश और त्योहारी मौसम के चलते सीमेंट की मांग घट गई है।
अंबुजा सीमेंट के प्रबंध निदेशक एएल कपूर ने कहा, 'आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और अन्य राज्यों में भारी बारिश के बाद दक्षिण भारत में सीमेंट के दाम गिरे हैं। उत्तर प्रदेश में भी कीमतों पर दबाव है। त्योहारी मौसम के चलते लोगों ने निर्माण कार्य रोक रखा है। मांग में बहुत कमी आ गई है।'
अंबुजा सीमेंट अपनी कोयला जरूरतों को 40-50 प्रतिशत सीआईएल की खरीद से पूरा करती है। जेके सीमेंट के आरजी बागला ने कहा कि कंपनी फिलहाल कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं करने जा रही है, कीमतें बाजार पर निर्भर करेंगी। दो साल बाद कोल इंडिया ने कोयले की कीमतें औसतन 11 फीसदी बढ़ा दी है।
घट गई है सीमेंट की मांग
कोल इंडिया ने कोयले की कीमतें 11 प्रतिशत बढ़ा दी हैं, जिससे सीमेंट उत्पादन की लागत 5 प्रतिशत बढ़ीकंपनियों का कहना है कि कीमतों का फैसला बाजार पर छोड़ना उचितसमूचे देश में एक जैसी नहीं हो सकती है बढ़ोतरी मांग के मुताबिक होंगे सीमेंट के दाम (बीएस हिन्दी)
19 अक्टूबर 2009
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