27 अक्टूबर 2009
सप्लाई बढ़ाने के लिए 3.46 लाख टन खाद्य तेल आयात
सार्वजनिक क्षेत्र की ट्रेडिंग कंपनियों ने सात राज्यों की ओर से मिले ऑर्डरों के आधार पर घरेलू बाजार की सप्लाई बढ़ाने के लिए अगस्त तक 3,46,070 टन खाद्य तेल आयात के ऑर्डर जारी किए हैं। केंद्रीय खाद्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने सोमवार को कहा कि आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम और हरियाणा यह खाद्य तेल मार्च 2010 तक लेंगे। ये सरकारें इस खाद्य तेल का वितरण सरकारी योजनाओं के तहत करेंगी। मध्य अक्टूबर तक राज्यों को 35,000 टन खाद्य तेल भेजा जा चुका है।अधिकारी ने बताया कि ट्रेडिंग कंपनियां मलेशिया और इंडोनेशिया से 800 डॉलर प्रति टन की औसत कीमत पर मुख्य रूप से रिफाइंड, ब्लीच्ड (प्रक्षालित) और गंधहीन (आरबीडी) पाम ऑयल आयात करेंगी। विश्व के सबसे बड़े खाद्य तेल उपभोक्ताओं में से एक भारत का आयात से अंतरराष्ट्रीय बाजार में पाम ऑयल के भाव बढ़ा सकता है। भारत में हर साल करीब 150 लाख टन खाद्य तेल की खपत होती है और इसका करीब 50 फीसदी आयात किया जाता है। 31 अक्टूबर को समाप्त होने वाले विपणन वर्ष में 85 लाख टन खाद्य तेल आयात हो चुका। अधिकारी ने बताया कि आंध्र प्रदेश ने सबसे ज्यादा 1,66,000 टन आरबीडी पामोलीन के लिए ऑर्डर एमएमटीसी को दिया है। तमिलनाडु ने पीईसी के जरिए 74,560 टन आरबीडी पामोलीन मंगवाया है, जबकि पश्चिम बंगाल ने नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड के जरिए 40,000 टन का आयात ऑर्डर किया है। वहीं, महाराष्ट्र ने 45,000 टन आरबीडी पामोलीन का आयात स्टेट ट्रेडिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के जरिए किया है, जिसकी आपूर्ति इसी महीने के अंत तक होने की संभावना है। वहीं, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश ने रिफाइंड सोया तेल के ऑर्डर पीईसी और नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के जरिए दिए हैं। सिक्किम ने नेफेड के जरिए रिफाइंड सोया का आयात ऑर्डर दिया है। सार्वजनिक क्षेत्र की ट्रेडिंग कंपनियों की ओर से आयात किया गया यह खाद्य तेल एक लीटर के पैक में राज्यों को सप्लाई किया जाएगा जो कल्याणकारी योजनाओं के तहत वितरित किया जाएगा। (बिज़नस भास्कर)
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