29 अक्तूबर 2009
अनुकूल मौसम से लहसुन का रकबा ख्क्त्न बढ़ने की संभावना
मौसम अनुकूल रहने की वजह से लहसुन के रकबे में दस फीसदी तक की बढ़ोतरी हो सकती हैं। प्रमुख उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश में इस बार अच्छी बारिश लहसुन पैदावार के लिए फायदेमंद मानी जा रही है। इसके अलावा पिछली बार लहसुन के अच्छे दाम मिलने के कारण भी किसान इसकी बुवाई अधिक कर रहे हैं। राष्ट्रीय बागवानी विकास एवं अनुसंधान फाउंडेशन (एनएचआरडीएफ) के निदेशक आर.पी. गुप्ता ने बिजनेस भास्कर को बताया कि पिछली बार मध्य प्रदेश में लहसुन उत्पादक इलाकों में बारिश कम होने के कारण इसकी पैदावार में भारी गिरावट आई थी, लेकिन इस बार इन इलाकों में अच्छी बारिश होने के कारण किसान इसकी बुवाई अधिक कर रहे हैं। उनके अनुसार पिछले साल के मुकाबले इस बार लहसुन का रकबा दस फीसदी अधिक रह सकता हैं।पिछली बार देश में कुल 1.07 लाख हैक्टेयर जमीन में इसकी बुवाई हुई थी। जिसमें मध्य प्रदेश की हिस्सेदारी 23.63 हजार हैक्टेयर थी। इस दौरान 5.93 लाख टन लहसुन पैदा हुआ था। मध्य प्रदेश के अलावा अन्य लहसुन उत्पादक राज्यों जैसे गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान में भी इसका रकबा बढ़ने की संभावना हैं। उत्तर प्रदेश के एटा जिले के बडवाला के किसान संतोष कुमार ने बताया लहसुन के दाम अधिक मिलने के कारण इस बार किसान इसकी बुवाई अधिक जमीन कर रहे हैं। उनका कहना है कि पिछले साल के मुकाबले लहसुन के दाम दोगुने मिले थे। गौरतलब है कि पिछले सीजन के दौरान लहसुन की पैदावार में 40 फीसदी गिरावट आई थी। वर्ष 2008-09 में इससे पहले सीजन के मुकाबले लहसुन की पैदावार 9.23 लाख टन से घटकर 5.23 लाख टन रही है। इसकी वजह प्रमुख उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश में कम बारिश होना था। इस साल एमपी में 1.26 लाख टन लहुसुन पैदा हुआ था, पिछले साल यह आंकड़ा 3.60 लाख टन पर था। इस दौरान गुजरात में इसकी पैदावार करीब 1.5 लाख टन से घटकर 1.12 लाखटन , राजस्थान में 83 हजार टन से घटकर 53 हजार टन रही। जबकि उत्तर प्रदेश में इसकी पैदावार घटकर 68 हजार टन रही। देश में एमपी के मालवा, राजस्थान के कोटा, उत्तर प्रदेश एटा, मैनपुरी और कानपुर इलाके और गुजरात में लहसुन की खेती की जाती है।(बिज़नस भास्कर)
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