उड़ीसा के किसानों ने भी की गन्ने के दाम बढ़ाने की मांग, दाम न मिला तो नहीं उगाएंगे गन्ना
बीएस संवाददाता / चंडीगढ़/बहरामपुर October 19, 2009
पंजाब सरकार ने सोमवार को गन्ने की एडवांस, मीडियम और लेट वेराइटी की किस्मों के लिए राज्य समर्थित मूल्य (एसएपी) क्रमश: 200 रुपये, 195 रुये और 190 रुपये प्रति क्विंटल रखने की घोषणा की है।
यह मूल्य पेराई सत्र 2010-11 के लिए लागू होगा। राज्य के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि इस बढ़ी हुई दर से गन्ना किसानों और चीनी उद्योग दोनों को ही फायदा होगा। उन्होंने कहा कि अब किसानों को बेहतर गुणवत्ता वाले गन्ने की खेती करने की जरूरत है।
उन्होंने किसानों से और ज्यादा क्षेत्रफल में खेती करने का अनुरोध किया, जिससे उच्च गुणवत्ता वाली चीनी का उत्पादन किया जा सके। मालूम हो कि सरकार ने वर्ष 2009-10 में गन्ने के लिए पहले ही 180 रुपये, 175 रुपये और 170 रुपये प्रति क्विंटल राज्य समर्थित मूल्य घोषित कर दिया है।
उधर दक्षिण उड़ीसा के गंजाम जिले के किसानों ने गन्ने के दाम में बढ़ोतरी करने का अनुरोध किया है, जिससे उन्हें गन्ने की बुआई का क्षेत्रफल बढ़ाने में मदद मिल सके। मंगलवार को स्थानीय चीनी मिल अक्षा कोआपरेटिव शुगर इंडस्ट्रीज लिमिटेड से बातचीत के दो दिन पहले गंजाम जिला गन्ना उत्पादक संघ के बैनर तले गन्ना उत्पादकों ने यह मांग उठाई है।
उन्होंने धमकी दी है कि अगर कीमतों में बढ़ोतरी नहीं की जाती है तो वे गन्ना उत्पादन ठप कर देंगे। गंजाम जिले के करीब 20,000 किसान गन्ना उत्पादन से जुड़े हुए हैं और इस मिल को गन्ने की आपूर्ति करते हैं। (बीएस हिन्दी)
20 अक्टूबर 2009
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