कोलकाता October 28, 2009
इस साल जुलाई के बाद से धातुओं की कीमतों में अच्छी तेजी आई है। इसकी प्रमुख वजह दुनिया के तमाम देशों में प्रोत्साहन पैकेज दिया जाना है।
वहीं असली मांग में अभी भी एक-दो तिमाही की देरी है। स्टील एल्युमीनियम, तांबे की कीमतों में 11-21 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है, वहीं स्टील के दाम सबसे कम बढ़े हैं। हाल ही में तांबे की कीमतें 13 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं।
इस समय यह 6700 डॉलर प्रति टन के आसपास बिक रहा है, जबकि जुलाई में इसकी कीमतें 5,522 डॉलर प्रति टन थीं। एल्युमीनियम की कीमतें जुलाई में 1500 डॉलर प्रति टन थीं, जो आज बढ़कर 1900 डॉलर प्रति टन पर पहुंच चुकी है। स्टील के दाम इस अवधि के दौरान घरेलू बाजार में 32,000 रुपये से बढ़कर 35,500 रुपये प्रति टन पर पहुंच गए हैं।
स्टील के लिए कच्चे माल के रूप में काम आने वाली धातु की हाजिर कीमतें भी बढ़ी हैं। लौह अयस्क 92 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गया है, जो जुलाई में 81 डॉलर प्रति टन था। वहीं कोकिंग कोल के दाम इस साल की शुरुआत में 129 डॉलर प्रति टन थे, जो अब बढ़कर 175-180 डॉलर प्रति टन पर पहुंच चुके हैं।
अंतरराष्ट्रीय कीमतों में भी तेजी आई है। अगर घरेलू बाजार में मांग बढ़ती भी है तो इससे मुनाफा नहीं होगा। कोकिंग कोल का खर्च स्टील तैयार करने में कुल खर्च का 50 प्रतिशत आता है। ज्यादातर इसका आयात होता है। एल्युमीनियम की कीमतें आयातित एल्युमीनियम और तांबे की लागत के आधार पर तय होती हैं, जिसका नियंत्रण अंतरराष्ट्रीय बाजार के आधार पर होता है।
कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद धातुओं के कारोबारी कहते हैं कि यह कृत्रिम है, जो प्रोत्साहन पैकेज के चलते हुआ है। इसका समर्थन नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री पॉल क्रूगमैन ने भी किया है, जिन्होंने हाल ही में वैश्विक कारोबार में चल रहा चढ़ाव जल्द ही खत्म होता नजर आएगा और प्रोत्साहन पैकेज बेअसर नजर आएगा।
स्टील की कीमतों में पिछले 2 महीनों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। जेएसडब्ल्यू के संयुक्त प्रबंध निदेशक शेषगिरि राव ने कहा, 'चीन में घरेलू कीमतों में गिरावट हुई है और कीमतें बड़े उत्पादक और उपभोक्ता द्वारा संचालित होती हैं। कम अवधि के आधार पर देखें तो कीमतों में मंदी का रुख है।'
बढ़े दाम केवल दिखावटी!
तांबे की कीमतें 13 माह के उच्चतम स्तर परएल्युमीनियम की कीमतें 3 माह में 400 डॉलर प्रति टन बढ़ींलौह अयस्क के हाजिर दाम में भी बढ़ोतरी (बीएस हिन्दी)
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