31 अक्टूबर 2009
रात मे ट्रेडिंग का समय बढ़ाया जाए : एमसीएक्स
देश के सबसे बड़े कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स ने वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) से सराफा और ऊर्जा क्षेत्र की कमोडिटी में फ्यूचर ट्रेडिंग की अवधि मध्य रात्रि से भी आगे बढ़ाने की अनुमति मांगी है। एमसीएक्स का कहना है कि सराफा और ऊर्जा कमोडिटी के वैश्विक संदर्भ को देखते हुए ऐसा किया जाना चाहिए। फिलहाल घरेलू कमोडिटी एक्सचेंज गर्मियों में सुबह 10 बजे खुलते हैं और रात 11.30 तक कारोबार होता है। सर्दियों में रात को 11.55 बजे तक कारोबार होता है। मालूम हो कि न्यूयॉर्क मर्केटाइल एक्सचेंज (नायमैक्स) जैसे वैश्विक एक्सचेंजों और उसके क्षेत्रीय कमोडिटी एक्सचेंजों में इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग 24 घंटे जारी रहती है। एमसीएक्स के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ लैमोन रुटेन ने शुक्रवार को बताया कि उन्होंने एफएमसी को पत्र लिखकर सोने और चांदी जैसी अंतरराष्ट्रीय संदर्भ वाली कमोडिटी में कारोबार मध्य रात्रि के बाद भी करने की अनुमति मांगी है। उन्होंने कहा कि एमसीएक्स में सोने और क्रूड ऑयल के भाव वैश्विक संकेतकों से प्रभावित होते हैं, ऐसे में कोई कारण नहीं बनता कि इन कमोडिटीज में कारोबार की अवधि रात 11.55 के बाद न बढ़ाई जाए। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि एमसीएक्स सराफा और ऊर्जा के कारोबार में कितने घंटों की बढ़ोतरी चाहता है। रुटेन ने कहा कि कारोबार के घंटे बढ़ाए जाने से भारतीय कारोबारियों को फायदा होगा। वे वैश्विक बाजार में जारी उतार-चढ़ाव का लाभ उठा सकेंगे। इससे कीमतें तय करते समय घरेलू और वैश्विक बाजार की कीमतों में भी बेहतर तालमेल हो सकेगा। इंडिया बुल्स और एमएमटीसी द्वारा स्थापित किए गए इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज (आईसीईएक्स) ने हाल ही में एफएमसी से मांग की थी कि ट्रेडिंग की टाइमिंग को अंतरराष्ट्रीय कमोडिटी एक्सचेंजों के मुताबिक तय की जाए। एमसीएक्स की वायदा बाजार में हिस्सेदारी 80 फीसदी है और वर्ष 2009-10 की पहली छमाही में उसका टर्नओवर 28,38,399 करोड़ रुपये रहा है। (बिसनेस भास्कर)
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