मुंबई October 25, 2009
भारत का खाद्य-प्रसंस्करण उद्योग 2015 तक 42.5 फीसदी बढ़कर 258 अरब डॉलर का हो जाएगा, जो फिलहाल 181 अरब डॉलर के बराबर है।
कारोबार बढ़ने से पूरी श्रृंखला में निवेश के मौके बढ़ेंगे। फिक्की और अर्न्स्ट ऐंड यंग द्वारा किए गए अध्ययन में कहा गया कि पिछले पांच साल में प्रति व्यक्ति खर्च योग्य (डिस्पोजेबल) आय में 8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है जिससे खाद्य पदार्थों की खपत पर होने वाला व्यय 20 फीसदी बढ़ा है।
अध्ययन में कहा गया, 'आय में हुई बढ़ोतरी का बड़ा हिस्सा खाद्य पदार्थों पर खर्च होता है। फिलहाल भारत में खाद्य पदार्थों पर चीन के मुकाबले छठें भाग और अमेरिका के मुकाबले 16वें भाग के बराबर प्रति व्यक्ति व्यय होता है।' (बीएस हिन्दी)
26 अक्टूबर 2009
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