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03 अक्तूबर 2009

किसानों को मिलेंगे बासमती के कम दाम

चंडीगढ़। इस साल पंजाब और हरियाणा के किसानों को बासमती धान की किस्म पूसा 1121 के दाम पिछले सीजन के मुकाबले कम मिलने की संभावना है। इस बार किसानों को इसके दाम 18-25 रुपये प्रति किलोग्राम मिलने के आसार हैं। पिछले सीजन में किसानों को इसके दाम 20-35 रुपये प्रति किलो मिले थे। इसकी वजह चालू खरीफ सीजन के दौरान इसका रकबा दोगुना बढ़ने के कारण मंडियों में अधिक सप्लाई होना है। वहीं, पाकिस्तान से निर्यात को मिल रही कड़ी टक्कर के चलते निर्यात बाजार कमजोर रहने के कारण भी इसकी कीमतों में गिरावट को बल मिल रहा है। अखिल भारतीय चावल निर्यात संघ के पूर्व अध्यक्ष विजय सेतिया ने बताया कि इस समय बासमती का निर्यात बाजार ठीक नहीं चल रहा है। इसका असर बासमती की कीमतों पर पड़ेगा। वहीं इस बार इसकी सप्लाई अधिक होने की संभावना है। ऐसे में पंजाब और हरियाणा के उत्पादकों को बासमती धान की बिक्री से आमदनी पिछले साल के मुकाबले कम होगी। उल्लेखनीय है कि पिछले साल पूसा 1121 को बासमती का दर्जा मिलने और उत्पादन कम होने के कारण इसकी निर्यात मांग में भारी इजाफा हुआ था। इस वजह से किसानों के इसके दाम भी अधिक मिले थे। बासमती चावल निर्यातकों के अनुसार पिछले सीजन के दौरान किसानों को पूसा 1121 से 50-60 हजार रुपये प्रति हैक्टेयर से कमाई हुई थी। चालू खरीफ सीजन के दौरान पंजाब और हरियाणा में बासमती धान के रकबे में 20-55 फीसदी की बढ़ोतरी होने का अनुमान है। इसमें पूसा 1121 की हिस्सेदारी प्रमुख है। चालू खरीफ सीजन के दौरान सात लाख हैक्टेयर जमीन में पूसा 1121 की बुआई होने का अनुमान है जो पिछले सीजन के मुकाबले दोगुना है। (प्रेट्र)

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