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16 अक्तूबर 2009

वनस्पति तेल के आयात में तेजी

मुंबई October 15, 2009
सितंबर में भारत के वनस्पति तेल आयात में काफी तेजी दर्ज की गई है।
पिछले साल उद्योग जगत के वनस्पति तेल के आयात पर शुल्क फिर से प्रभावी करने के प्रस्ताव के बाद इसके लागू होने की संभावनाओं के बीच आयातकों के काफी मात्रा में अधिक से अधिक वनस्पति तेल के आयात की वजह से सितंबर में इस कदर उछाल आया है।
सितंबर में भारत में कुल 9.05 लाख टन वनस्पति तेल का आयात हुआ है, जो 1994 में ओपन जेनरल लाइसेंस (ओजीएल) के तहत बाहर से वनस्पति तेल के आयात की मंजूरी मिलने के बाद किसी भी महीने में हुआ यह सबसे अधिक आयात है। पिछले महीने के इसी अवधि में हुए 6.68 लाख टन के मुकाबले इस महीने आयात में 39 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है।
अर्थव्यवस्था में सुधार होने के साथ ही इस बात की संभावना जताई जा रही है कि पिछले साल सॉल्वेंट एक्ट्रैक्टर्स एसोसिएशन (एसईए) के 7.5-37.5 फीसदी आयात शुल्क के प्रस्ताव को प्रभावी करने के प्रस्ताव पर विचार कर सकती है।
हाल में ही एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने इस बात के संकेत दिए थे कि तिहलन की कीमतों के न्यनूतम समर्थन मूल्य से कम होने की स्थिति में सरकार आयात शुल्क लगाने पर फिर से विचार करेगी। हालांकि, तिलहन की कीमतों का न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम होना अब कोई मुद्दा नहीं रह गया है।
एसईए द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार नवंबर 2008 और सितंबर 2009 तक की ग्यारह महीने की अवधि में वनस्पति तेल का आयात 57 फीसदी की उछाल के साथ 79.8 लाख टन के स्तर पर पहुंच गया है जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 54.3 लाख टन था।
अक्टूबर 2009 के लिए जहाजों की बड़ी संख्या में खड़ी होने से कुल आयात 85 लाख टन रह सकता है। एसईए ने आयात में जबरदस्त बढ़ोतरी के लिए देश में तेल पेराई में अनियमितता, प्रति व्यक्ति तेल की खपत में बढ़ोतरी और कीमतों में लचीलेपन और रु ये के मुकाबले डॉलर की कीमतों में आई गिरावट को खास तौर पर जिम्मेदार ठहराया है।
आंकड़े बताते हैं कि नवंबर 2008 और सितंबर 2009 की अवधि में संशोधित तेल काअ यात 11.5 लाख टन रहा था जबकि पिछले साल इसी अवधि में 5.4 लाख टन का आयात हुआ था। जहां तक कच्चे तेल की आयात की बात है तो इसी अवधि में यह 6.42 लाख टन था जबकि इसके मुकाबले 4.28 लाख टन कच्चे तेल का आयात हुआ था।
आरबीडी पामोलीन बाजार में उपलब्ध सबसे सस्ता खाद्य तेल है और इसके इस्तेमाल में काफी बढ़ोतरी हो रही है। कुल आयात में पाम उत्पाद की हिससेदारी 80 फीसदी है। पहले ग्यारह महीने में 60 लाख टन पाम तेल का आयात हुआ था जबकि पिछले साल की समान अवधि में 41।6 लाख टन पाम तेल का आयात हुआ था। (बीएस हिन्दी)

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