नई दिल्ली October 15, 2009
भारत में सोने के खरीदारों ने धनतेरस के मौके पर सोने की भरपूर खरीदारी की। हालांकि खरीदारी में पिछले साल धनतेरस की तुलना में 50 प्रतिशत की गिरावट आने के अनुमान हैं।
सोने की खरीदारी वाले इस सबसे बड़े त्योहार के अवसर पर हाजिर बाजार में जहां खरीदारों का बोलबाला रहा, वहीं कमोडिटी एक्सचेंज में लगातार दूसरे दिन सोना कमजोर रहा। सोने के सिक्कों के कारोबार से जुड़े एक बैंक के प्रतिनिधि ने कहा, 'धनतेरस के मौके पर आज बेहतर कारोबार हो रहा है। लोग धार्मिक मान्यताओं के चलते सोने की खरीद कर रहे हैं।'
हालांकि सबसे ज्यादा सक्रिय एमसीएक्स के दिसंबर सौदे में सोना लगातार दूसरे दिन भी गिरा। डॉलर की तुलना में रुपया मजबूत रहा, फिर भी कारोबार में कमी आई। पिछले सौदे की तुलना में गुरुवार को सोना 0.65 प्रतिशत गिरकर 15,817 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। इसके पहले सत्र में सोने में 0.7 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी।
इस बार धनतेरस पर सोने के दाम पिछले साल के मुकाबले 34 प्रतिशत ज्यादा हैं। सोने की कीमत वर्तमान में 16,200 रुपये प्रति 10 ग्राम है, वहीं पिछले साल धनतेरस पर सोना 12,070 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर चल रहा था।
दिल्ली सर्राफा बाजार के अध्यक्ष सुरेंद्र जैन ने कहा, 'पिछली दीपावली की तुलना में इस बार सोने की कीमतों में काफी उछाल आ चुका है। यदि आप वर्ष 2000 में धनतेरस के दिन से तुलना करें, तो कभी भी सोने के दाम नीचे नहीं आए हैं।' उन्होंने कहा कि पिछले 8 साल में यह पहला मौका है जब लोग धनतेरस के दिन 16,000 रुपये प्रति दस ग्राम से ज्यादा पर सोने की खरीद कर रहे हैं।
चांदी भी काफी महंगी हो चुकी है। इस समय चांदी 27,500 रुपये प्रति किलो के स्तर पर है, जबकि पिछले साल धनतेरस के दिन चांदी की कीमत 16,600 रुपये प्रति किलो थी। सोने की कीमतों विशेषकर धनतेरस के दिन के भाव का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि 2000 के बाद से सोने की कीमतें तीन गुना से ज्यादा बढ़ चुकी हैं।
2000 में सोने का भाव 4,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर था। जैन ने कहा कि सोने की ऊंची कीमतों की वजह से खरीदार काफी सतर्क है। बांबे बुलियन एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश हुंडिया ने कहा, 'बिक्री कमजोर है। दिन की समाप्ति तक वास्तविक तस्वीर सामने आ पाएगी।'
पीपी ज्वेलर्स के निदेशक पवन गुप्ता ने कहा कि लोग सोने की खरीद इस उम्मीद के साथ कर रहे हैं कि भविष्य में इसकी कीमतें नीचे नहीं आएंगी। गुप्ता ने कहा कि ज्यादातर लोग जेवरात के बजाय सोने और चांदी के सिक्के खरीद रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक बाजार के संकेतों से घरेलू बाजार में सोने के दाम बढ़ रहे हैं। वैश्विक बाजार में कमजोर डॉलर की वजह से सोना मजबूत है।
सोने के कारोबारी और बैंक के अधिकारियों का अनुमान है कि पिछले साल की तुलना में सोने की बिक्री में 50 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है, क्योंकि सोना महंगा होने की वजह से खरीदार बाजार की ओर कम रुख कर रहे हैं। सांगली स्थित वी. एस. बुलियन के हिस्सेदार शेकर जोग ने कहा, 'पिछले कुछ सप्ताह से निश्चित रूप से मांग ज्यादा है, लेकिन कारोबार उतना बढ़िया नहीं जा रहा है, जैसा पिछले 2 साल में रहा था।'
जोग ने कहा कि जो खरीदार इस मौके पर 10 ग्राम सोना खरीदते थे, वे 5 ग्राम खरीदकर काम चला रहे हैं, लेकिन धनतेरस होने के चलते वे खरीदारी कर रहे हैं। इस त्योहार से लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं।
पुष्पक बुलियंस के निदेशक केतन सर्राफ ने कहा, 'यह खरीदारी दीपावली तक जारी रहेगी। लोगों ने 15,800-16,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक दाम स्वीकार कर लिया है।' उनका कहना है कि शेयर बाजार में भी लोगों की कमाई बढ़ी है, जिसके चलते वे महंगा सोना खरीद सकते हैं। (बीएस हिन्दी)
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