मुंबई October 07, 2009
अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर पर पड़ी मार सोने की ताकत बढ़ा रही है और इसकी कीमतें नये रिकॉर्ड बनाने पर आमादा हो गई हैं।
मूल्यवान पीली धातु की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में1,048.30 डॉलर प्रति औंस के आसपास टिकी हुई हैं। हालांकि डॉलर केमुकाबले रुपये में आई मजबूती की वजह से घरेलू बाजार में सोना रिकॉर्ड ऊंचाई से नीचे ही कारोबार करता रहा।
डॉलर की कमजोरी से बुधवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें नए रिकॉर्ड के साथ 1,048 डॉलर प्रति औंस के स्तर को पार कर गर्इं। इससे पहले मार्च 2008 में सोने ने 1,034 डॉलर प्रति औंस का रिकॉर्ड स्तर छुआ था।
आरएसबीएल के उपाध्यक्ष समीर शाह के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की रिकॉर्ड चमक के पीछे सबसे प्रमुख वजह यूरो, येन और रुपये के मुकाबले डॉलर का कमजोर होना है। इसके अलावा अमेरिकी सुस्ती देखकर निवेशक सोने पर दांव लगा रहे हैं।
डॉलर के कमजोर होने की वजह से सोने की खरीदारी में तेजी आई है। दुनिया के सबसे बड़े गोल्ड एक्सचेंज फंड न्यूयॉर्क एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट में भी सोने की हाजिर मांग बढ़ी है और इसका भंडार बढ़कर डेढ़ टन से अधिक पहुंच गया है।
इसके अलावा बाजार के दूसरे जानकारों का कहना है कि डॉलर के कमजोर होने से सोने की कीमतें प्रभावित जरुर हुई हैं लेकिन इसके साथ यह भी देखना होगा कि इस समय सभी कीमती धातुएं मजबूती में हैं और सोने को भी इसका फायदा हो रहा है।
हालांकि देसी बाजार में सोने की कीमतें उतनी तेज नहीं बढ़ीं। उमेदमल त्रिलोकचंद्र ज्वैलर्स के कुमार जैन बताते हैं रुपये में मजबूती से सोने में आई तेजी की आंधी भारतीय बाजारों को झकझोर नहीं पाई है। हालांकि यहां भी सोना 16,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर के आसपार चल रहा है।
अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में सोना पहुंचा नई ऊंचाई पर डॉलर में कमज़ोरी ने बढ़ाई सोने की ताकत दीवाली बाद वैश्विक कीमतों में आ सकती है और तेज़ी
दीवाली बाद आएगा और निखार!
डॉलर में आई गिरावट से दुनिया भर में सोने पर दांव लगाने में आई तेजी। खरीदारी बढ़ने से कीमतों में आई और उछाल। अमेरिका में महंगाई दर बढ़ने और सुधार की रफ्तार धीमी होने से अभी और बढ़ सकती हैं मूल्यवान धातु की कीमतें, दीवाली बाद हो सकता है 1,100 डॉलर प्रति औंस का स्तर पार।
लेकिन रुपये के डॉलर के मुकाबले मजबूत होने से देसी बाजार पर नहीं पड़ रहा उतना असर। फिर भी सोना 16,000 रुपये प्रति तौले के आसपास। त्योहारों में हल्की ज्वैलरी खरीदने पर दे रहे हैं ग्राहक जोर। (ई टी हिन्दी)
08 अक्तूबर 2009
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