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14 अक्तूबर 2009

स्टील की खपत में होगी 8.9 फीसदी की बढ़ोतरी

देश में स्टील की खपत इस वर्ष 8.9 फीसदी बढ़ सकती है। वल्र्ड स्टील एसोसिएशन (डब्ल्यूएसए) ने एक वक्तव्य में कहा है कि इस वर्ष भारत में 559.3 लाख टन स्टील की प्रत्यक्ष खपत हो सकती है जबकि गत वर्ष 513.6 लाख टन स्टील की मांग रही थी। अपनी ताजा संशोधित रिपोर्ट में डब्ल्यूएसए ने कहा है कि भारत वैश्विक आर्थिक संकट से कम प्रभावित हुआ है। उसकी प्रत्यक्ष स्टील खपत 2009 में 8.9 फीसदी और 2010 में 12.1 फीसदी की दर से बढ़ सकती है। प्रत्यक्ष स्टील में घरेलू उत्पादकों और आयातकों द्वारा सप्लाई किया गया स्टील शामिल है। यह वास्तविक खपत से अलग होता है। डब्ल्यूएसए के अनुमान के मुताबिक भारत की प्रत्यक्ष स्टील खपत 2010 में 627.20 लाख टन होगी। स्टील की वैश्विक प्रत्यक्ष खपत में 14.1 फीसदी की गिरावट के अपने पूर्व अनुमान में संशोधन करते हुए एसोसिएशन ने 8.6 फीसदी गिरावट रहने की बात कही है। रिपोर्ट के मुताबिक अनुमान में सुधार की प्रमुख वजह चीन में स्टील की मांग बढ़ना है। इसके अलावा दुनिया भर में आर्थिक स्थिति सुधर रही है। स्टील की वैश्विक मांग 2010 में 9.2 फीसदी की दर से बढ़कर 12,060 लाख टन रह सकती है। चीन में इस वर्ष स्टील की प्रत्यक्ष खपत में 18.8 फीसदी की बढ़ोतरी रहने की संभावना है। मांग बढ़ने से स्टील उत्पादों के दामों में सुधारमुंबई। घरलू बाजार में स्टील की मांग पिछले तीन महीनों से लगातार बढ़ रही है। इसकी मुख्य वजह घरलू ऑटोमोबाइल व कंज्यूमर डयूरबल कंपनियों का बढ़ता उत्पादन है। नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (एनसीडीईएक्स) की एक रिपोर्ट के अनुसार लांग स्टील के वायदा सौदों के भाव में इस साल जुलाई से अब तक 12 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि हो चुकी है। जुलाई के दौरान लांग स्टील के वायदा सौदे 20,816 रुपये प्रति टन पर हुए थे। अगस्त में यह भाव 21,517 रुपये प्रति टन हो गया और सितंबर अंत तक यह 23349 रुपये प्रति टन पर पहुंच गया। गाजियाबाद के स्टील और आयरन व्यवसायी महेश गुप्ता के अनुसार लांग व फ्लैट दोनों ही तरह के प्रोडक्ट्स की मांग बढ़ रही है। उनके अनुसार अगस्त के बाद निर्माण क्षेत्र में फिर मांग बढ़ने लगी है। आयरन स्टील स्क्रैप एंड शिपब्रेकर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण नागर सेठ के अनुसार मंदी की मार से रुके हुए रियल्टी के प्रोजेक्टों में फिर से निर्माण शुरू हो गया है। इससे गैल्वेनाइज्ड व फ्लैट दोनों तरह के स्टील की मांग बढ़ी है। (ब्यूरो) (बिज़नस भास्कर)

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