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15 अक्तूबर 2009

निर्यात मांग बढ़ने और स्टॉक कम रहने से हल्दी 12.5 फीसदी महंगी

निर्यातकों की मांग बढ़ने और स्टॉक कमजोर होने से पिछले एक सप्ताह में हल्दी की कीमतों में 12।5 फीसदी की तेजी आ चुकी है। निजामाबाद मंडी में बुधवार को हल्दी के भाव बढ़कर 9,000 रुपये और इरोड़ मंडी में 9,500 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। हाजिर में आई तेजी से एनसीडीईएक्स में हल्दी नवंबर वायदा चालू महीने में करीब 14.5 फीसदी चढ़ गया है। उत्पादक मंडियों में हल्दी का करीब छह-साल लाख बोरी (एक बोरी 70 किलो) का स्टॉक बचा हुआ है जबकि नई फसल की आवक जनवरी-फरवरी में बनेगी। ऐसे में दिसंबर तक हल्दी में तेजी की ही संभावना है।निजामाबाद मंडी के हल्दी व्यापारी पूनम चंद गुप्ता ने बिजनेस भास्कर को बताया कि घरेलू बाजार में त्योहारी मांग तो अच्छी चल रही ही रही है, साथ ही रमजान के बाद खाड़ी देशों की मांग में भी इजाफा हुआ है। उत्पादक मंडियों में स्टॉक कम होने से बिकवाली भी कम आ रही है जिससे इसकी तेजी को बल मिला है। चालू सीजन में हल्दी की बुवाई में बढ़ोतरी हुई है लेकिन भारी बारिश और बाढ़ से डुग्गीराला क्षेत्र में फसल को नुकसान होने की आशंका है। इस समय उत्पादक मंडियों में मात्र छह-सात लाख बोरी का स्टॉक बचा है जबकि नई फसल आने में करीब साढ़े तीन-चार माह का समय शेष है। घरेलू और निर्यात मांग को मिलकर हर महीने करीब सवा दो से ढ़ाई लाख बोरी की मांग निकल रही है।हाजिर में आई तेजी से वायदा बाजार में भी चालू महीने में इसके भाव में 14.5 फीसदी बढ़े हैं। नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (एनसीडीईएक्स) एक्सचेंज पर नवंबर महीने के वायदा अनुबंध में बुधवार को भाव बढ़कर 8513 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। एक अक्टूबर को इसके भाव 7434 रुपये प्रति क्विंटल थे। हालांकि एनसीडीईएक्स ने हल्दी के वायदा सौदों पर मार्जिन 20 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी कर दिया है। अगस्त महीने में एक्सचेंज ने हल्दी के वायदा सौदों पर मार्जिन बढ़ाकर 20 फीसदी कर दिया था। भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान भारत से हल्दी के निर्यात में तीन फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान भारत से 25,500 टन हल्दी का निर्यात हो चुका है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 24,875 टन का निर्यात हुआ था।मैसर्स ज्योति ट्रेडिंग कंपनी के प्रोपराइटर सुभाष गुप्ता ने बताया कि भाव तेज होने के कारण स्टॉकिस्टों ने बिकवाली पहले की तुलना में कम दी है। इरोड़ में बुधवार को हल्दी के भाव बढ़कर 9,500 रुपये प्रति क्विंटल हो गए, जबकि छह अक्टूबर को इसके भाव 8,500 रुपये प्रति क्विंटल थे। अक्टूबर के शुरू में मंडी में करीब 9-10 हजार बोरी हल्दी की आवक हो रही थी जबकि इस समय घटकर मात्र 3-4 हजार बोरी की रह गई है। (बिज़नस भास्कर..आर अस राणा)

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