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12 अक्तूबर 2009

डॉलर गिरने से मैंथा निर्यात में मुश्किल

डॉलर में आई गिरावट से मैंथा निर्यातकों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अमेरिका और यूरोप को मैंथा का निर्यात गिरने की आशंका पैदा हो गई है। चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीने (अप्रैल से अगस्त) के दौरान भारत से मैंथा उत्पादों के निर्यात में 23 फीसदी की कमी आई है। रुपये के मुकाबले डॉलर 46।40 के स्तर पर आ गया। निर्यात मांग कमजोर होने और घरेलू बाजार में उपलब्धता ज्यादा होने से मैंथा तेल में ज्यादा तेजी की संभावना नहीं है।एसेंशिएल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष जुगल किशोर ने बिजनेस भास्कर को बताया कि हाल ही में रुपये के मुकाबले डॉलर में आई गिरावट से मैंथा निर्यातकों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। अमेरिका और यूरोप की मांग पहले से ही कमजोर बनी हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रिस्टल बोल्ड के भाव इस समय 14 डॉलर प्रति किलो (सीएंडएफ) चल रहे हैं। लेकिन इन भावों में भी अमेरिका और यूरोप के आयातक सीमित सौदे ही कर रहे हैं।भारतीय मसाला बोर्ड के सूत्रों के अनुसार चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से अगस्त के दौरान मैंथा उत्पादों का निर्यात घटकर 6,600 टन रह गया है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 8,575 टन मैंथा उत्पादों का निर्यात हुआ था। वित्त वर्ष 2008-09 में भारत से 20,500 टन मैंथा उत्पादों का कुल निर्यात हुआ था। भारतीय मसाला बोर्ड ने वित्त वर्ष 2000-10 में निर्यात का लक्ष्य 22,000 टन का रखा गया है लेकिन कमजोर निर्यात मांग से तय किए गए लक्ष्य के मुकाबले निर्यात काफी कम रहने का अनुमान है।संभल स्थित मैसर्स ग्लोरियस केमिकल के डायरेक्टर अनुराग रस्तोगी ने बताया कि चालू सीजन में अनुकूल मौसम से देश में मैंथा तेल का उत्पादन 30 से 32 हजार टन होने की संभावना है जो कि पिछले साल से ज्यादा है। त्योहारी सीजन होने के कारण किसानों की बिकवाली बढ़ी है। इसीलिए पिछले पंद्रह दिनों में इसकी कीमतों में करीब 15 रुपये प्रति किलो की गिरावट आने से मैंथा तेल के भाव 555 रुपये प्रति किलो रह गये। मैंथा क्रिस्टल बोल्ड के भाव भी घटकर 650 रुपये प्रति किलो चल रहे हैं। पिछले साल आठ अक्टूबर को उत्पादक मंडियों में मैंथा तेल के भाव 625 रुपये प्रति किलो और क्रिस्टल बोल्ड के भाव 720 रुपये प्रति किलो चल रहे थे। प्रमुख उत्पादक मंडियों संभल, चंदौसी और बाराबंकी में मैंथा तेल की दैनिक आवक बढ़कर 450-500 ड्रमों (एक ड्रम 180 किलो) की हो रही है।उत्तर प्रदेश मैंथा उद्योग एसोसिएशन के अध्यक्ष फूल प्रकाश ने बताया कि दीपावली के बाद किसानों की बिकवाली घटने पर दैनिक आवक में कमी आ सकती है। जिससे मैंथा तेल की मौजूदा कीमतों में 10-15 रुपये किलो का सुधार आने की संभावना तो है लेकिन कुल उपलब्धता ज्यादा होने से भारी तेजी के आसार नहीं है।rana@businessbhaskar.net , (बिज़नस भास्कर)

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