मुंबई October 02, 2009
देश में सोने की बिक्री बढ़ाने के लिए वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूएसजी) का दांव निशाने पर लगा है।
काउंसिल ने बिक्री बढ़ाने के लिए 'गोल्ड रश' योजना लॉन्च की थी, जिसके बढ़िया नतीजे सामने आए हैं। कीमतें आसमान पर होने के बावजूद लोगों ने सोने की खरीदारी की और सितंबर में सोने की बिक्री में लगभग 30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। लोगों ने भविष्य में बेहतर रिटर्न मिलने की आस और वैश्विक अर्थव्यवस्था के जल्द पटरी पर आने की उम्मीद में सोने की जमकर खरीदारी की।
डब्ल्यूएसजी के भारतीय उपमहाद्वीप के प्रबंध निदेशक अजय मित्रा कहते हैं, 'खरीदारों को लगा कि कहीं आगे कीमतें और ज्यादा न ऊपर चली जाएं इसलिए खूब खरीदारी की। सोना इस समय निवेश के लिए सुनहरा विकल्प साबित हो रहा है। भारतीयों के लिए सोने की ऊंची कीमतें ने तो अभी मायने रखती हैं और नही भविष्य में मायने रखेंगी। लोग खरीदारी जारी रखेंगे।'
हालांकि मित्रा यह भी मानते हैं कि सोने की बिक्री में सुधार हाल ही में हुआ है। उनका कहना है, 'यह सही है कि ऊंची कीमतों की वजह से देश में सोने की बिक्री काफी अर्से तक प्रभावित रही। लेकिन पिछले कुछ दिनों में बिक्री में तेजी से सुधार हुआ है। इसमें खासतौर से शादियों के सीजन की अहम भूमिका रही।'
वैसे सोने की कीमतों में पिछले हफ्ते से 2.14 फीसदी की गिरावट भी आ चुकी है। पिछले हफ्ते सोना 15,865 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर था जो फिलहाल 15,525 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास चल रहा है।
गोल्ड रश में शामिल होने वाले रिटेलर भी खूब फायदे में रहे। मुंबई के त्रिभुवनदास भीमजी जवेरी (टीबीजेड) की दशहरा के दौरान बिक्री 30 फीसदी तक बढ़ गई। टीबीजेड के किरण दीक्षित कहते हैं कि इस दौरान सोने के सिक्कों, सोने की छड़ और आभूषणों सभी की बिक्री में तेजी आई। टीबीजेड के 12 स्टोरों में से 6 में गोल्ड रश चालू था।
गोल्ड रश योजना 19 सितंबर को शुरू हुई थी फिलहाल यह दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और विदर्भ के शहरों में ही चालू थी। अब इसको कोलकाता में भी शुरू करने की तैयारी है। दूसरी ओर सरकारी कंपनी एमएमटीसी ने दिल्ली में अपने 17 स्टालों पर गोल्ड फेस्टिवल का आयोजन किया। (बीएस हिन्दी_
03 अक्तूबर 2009
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